Gulam Nabi Azad : उत्तर प्रदेश से उठी गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस से बाहर करने की मांग
Gulam Nabi Azad उत्तर प्रदेश में लम्बे समय से कांग्रेस से जुड़े नसीब पठान ने वीडियो संदेश जारी कर गुलाम नबी आजाद को पार्टी से बाहर करने की मांग की है।
लखनऊ, जेएनएन। कांग्रेस के गढ़ रहे उत्तर प्रदेश से पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को बाहर करने की मांग उठी है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से विधान परिषद सदस्य रहे नसीब पठान ने गुलाम नबी आजाद को मौकापरस्त बताते हुए उनको तत्काल ही कांग्रेस से बाहर करने की मांग की है।
उत्तर प्रदेश में लम्बे समय से कांग्रेस से जुड़े नसीब पठान ने वीडियो संदेश जारी कर गुलाम नबी आजाद को पार्टी से बाहर करने की मांग की है। पठान ने कहा कि गुलाम नबी आजाद कहते हैं कि वह 1977 से कांग्रेस की सेवा कर रहे हैं, मैं उनको बताना चाहता हूं कि मैं तो 1972 में एनएसयूआइ का संस्थापक सदस्य था। मैंने कभी की पार्टी आलाकमान को आंख दिखाने का प्रयास नहीं किया। कांग्रेस एक बेहद ही अनुशासित पार्टी है, इसमें तो जरा सा भी अनुशासनहीनता नहीं होना चाहिए।
नसीब पठान ने कहा कि गुलाम नबी आजाद को पार्टी ने जरूरत से अधिक तरजीह दी है। इनको हर जगह पर मनोनीत और निर्विरोध निर्वाचित कराया गया। यह जमीन से जुड़कर संघर्ष करने वालों में नहीं हैं। इनको तो विधानसभा चुनाव में भी पहली बार सिर्फ 320 वोट मिले थे। ऐसे लोग किसी भी पार्टी को आगे बढ़ाने की जगह सिर्फ अपना पद पाने को बेकरार रहते हैं। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद में नेता रहे नसीब पठान ने कहा कि गुलाम नबी आजाद को पार्टी से निकाला जाए। उन्होंने कहा कि जब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मामला खत्म कर दिया था तो फिर आजाद ने मीडिया को इंटरव्यू क्यों दिया।
उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि गुलाम को आजाद कर देना चाहिए। मैं अपनी परिधि से बाहर आकर एक बात कहना चाहता हूं और हाईकमान से अनुरोध करता हूं। ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है जो कि पार्टी में तो बात नहीं करते हैं, लेकिन पार्टी के बाहर जाकर पार्टी की बात करते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर कांग्रेस को कड़ा संदेश दिया और अपने रुख पर कायम हैं। सोनिया गांधी को लिखे गए असहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के कारण पार्टी में अलग-थलग होने के चार दिन बाद उन्होंने पार्टी नेतृत्व को एक और संदेश दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जो अधिकारी या राज्य इकाई के अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष हमारे प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं उन्हेंं मालूम है कि चुनाव होने पर वे कहीं नहीं होंगे। राज्यसभा सदस्य आजाद ने कहा कि जो कोई भी वास्तव में कांग्रेस का हित चाहता है, वह पत्र का स्वागत करेगा।