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Fight Against COVID-19 in UP: कोरोना के कहर में भी किसानों की संकटमोचक बनी योगी आदित्यनाथ सरकार

Fight Against COVID-19 in UP कोरोना वायरस के कारण देश में लम्बे लॉकडाउन के बाद भी किसानों की परेशानी में योगी आदित्यनाथ सरकार हमेशा खड़ी रही है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 05:09 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 05:09 PM (IST)
Fight Against COVID-19 in UP: कोरोना के कहर में भी किसानों की संकटमोचक बनी योगी आदित्यनाथ सरकार
Fight Against COVID-19 in UP: कोरोना के कहर में भी किसानों की संकटमोचक बनी योगी आदित्यनाथ सरकार

लखनऊ, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के साथ ही प्रदेश में बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से परेशान किसानों की संकटमोचक योगी आदित्यनाथ सरकार बनी है। इस भयंकर संकट में सरकार ने किसान का हर मोड़ पर साथ दिया है। गेहूं खरीद के साथ ही किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया है।

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कोरोना वायरस के कारण देश में लम्बे लॉकडाउन के बाद भी किसानों की परेशानी में योगी आदित्यनाथ सरकार हमेशा खड़ी रही है। प्रदेश में गेहूं खरीदी भी हुई, जबकि चीनी मिलों के संचालन से किसानों को गन्ना का मूल्य भी समय पर मिला। लॉकडाउन के बाद भी युद्धस्तर पर सरकार गेहूं खरीद कराती रही। फार्मर प्रोड््यूसर कंपनी (एफपीसी) के माध्यम से किसानों के खेतों पर जाकर भी गेहूं खरीदा गया। यूपी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान फसलों की कटाई के लिए कृषि यंत्रो को खेतों तक जाने की सबसे पहले छूट दी थी।

सरकार ने लॉकडाउन के बावजूद गेहूं क्रय का काम जारी रखा और अब तक तीन हजार 890 करोड़ की भुगतान राशि किसानों के खातों में भेजा है। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कुल 3.477 लाख क्विंटल गेहूं किसानों से खरीदा। जिसके बाद 3 हजार 890 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों के खातों में किया गया। लॉकडाउन के दौरान ही किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 8887 मीट्रिक टन चने की भी खरीद हुई और उसका भुगतान किया गया। योगी आदित्यनाथ सरकार ने कोरोना आपदा के दौरान ही 2 करोड़ चार लाख किसानों को दो बार दो-दो हजार रुपये की किसान सम्मान निधि भी दी है।

लॉकडाउन में भी चीनी उत्पादन में देश में नम्बर एक

प्रदेश में इस सत्र में 11 हजार 500 लाख कुंतल गन्ने की पेराई हुई। इसके साथ यूपी में रिकार्ड 1251 लाख कुंतल चीनी का उत्पादन हुआ है। इसके साथ ही यूपी देश का नंबर चीनी उत्पादक प्रदेश बन गया है। चीनी उत्पादन में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस सत्र में गन्ना किसानों को 20 हजार करोड़ का भुगतान भी किया। इसके साथ ही इस सत्र में 11 हजार 500 लाख क्विंटल गन्ने की भी पेराई हुई और यूपी में रिकार्ड 1251 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया। इस तरह उत्तर प्रदेश देश का नंबर एक चीनी उत्पादक प्रदेश बन गया। सरकार ने लॉकडाउन के दौरान सभी 119 चीनी मिलें चलाईं।

जिससे इस सत्र में गन्ना किसानों को 20 हजार करोड़ का भुगतान भी किया। रकम का भुगतान सीधा किसानों के खाते में किया गया है। बीते तीन वर्ष में सरकार ने गन्ना किसानों को 99 हजार करोड़ का भुगतान किया है। इसके साथ 72 हजार 424 श्रमिकों को भी 119 चीनी मिलों में रोजगार दिया गया। इस दौरान 30 से 40 हजार किसान चीनी मिलों से सीधे जुड़े, जबकि गन्ना छिलाई में भी हर दिन 10 लाख श्रमिकों को रोजगार दिया गया है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस संकट की घड़ी में भी किसानों का हर मोड़ पर साथ देने के साथ सहयोग किया है। 


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