Fight Against Corona in UP: CM योगी आदित्यनाथ की दो-टूक, कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं
Fight Against Corona in UP सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार अपराध तथा अपराधी के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति पर कायम है और कायम रहेगी।
लखनऊ, जेएनएन। Fight Against Corona in UP : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर अंकुश लगाने में टीम के साथ लगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कानून व्यवस्था के साथ कोई समझौता मंजूर नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को मेडिकल स्क्रीनिंग का वृहद अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही समन्वय और निगरानी के लिए हर जिले में विशेष सचिव स्तर के अधिकारी की भी तैनाती होगी। सीएम योगी ने टीम-11 के साथ सोमवार को लोक भवन में समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया प्रदेश में कहीं पर भी कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं होगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार अपराध तथा अपराधी के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति पर कायम है और कायम रहेगी। सरकार कानून-व्यवस्था के मामलों में कोई समझौता नहीं करती है। सरकारी की अपराध एवं भ्रष्टाचार के प्रति प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है। किसी भी आपराधिक घटना के घटित होने पर प्राथमिक स्तर पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस प्रदेश में हर जगह पेट्रोलिंग के कार्य को और सघन करे। हर जगह पर औचक ही अवैध असलहों के विरुद्ध अभियान चलाया जाए। इसके साथ ही प्रदेश में पॉस्को एक्ट के तहत कार्रवाईयों में तेजी लाई जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति बैठक में बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में विशेष रूप समीक्षा करते हुए यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि सभी बैंक सुरक्षा संबंधी मानकों का प्रत्येक दशा में पालन करें।
असावधानी या मानवीय भूल से दुर्घटना
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अधिकतर दुर्घटनाओं का कारण असावधानी अथवा मानवीय भूल होती है। सड़क सुरक्षा और यातायात के नियमों के सम्बन्ध में आम नागरिक को जागरूक करते हुए सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही की जाए। राज्य सरकार सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए कृतसंकल्पित है। इसके लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। ट्रैफिक के सामान्य नियमों की जानकारी और अनुपालन से बड़ी संख्या में दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।
कोरोना के संबंध में तेज हो प्रचार अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण पर नियंत्रण करने के लिए इससे बचाव जरूरी है। प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, थाना, ब्लॉक, तहसील, कलेक्ट्रेट, सरकारी राशन की दुकान सहित ऐसे सभी स्थान जहां लोगों का आना-जाना हो, वहां कोविड-19 से सुरक्षा एवं बचाव के सम्बन्ध में होॄडग तथा पोस्टर लगाया जाए। इसके साथ ही टेलीविजन तथा रेडियो आदि माध्यम से भी आमजन को इस सम्बन्ध में जागरूक करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव तथा उपचार की व्यवस्था की जानकारी भी लोगों को दी जाए। लोगों को इस बात से अवगत कराना आवश्यक है कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। इसके दृष्टिगत कोरोना से बचाव सम्बन्धी जागरूकता कार्यक्रम निरन्तर संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के विषय में लोगों को जागरूक करने के साथ ही स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिगत कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किए गए है। आमजन के समक्ष 'दो गज की दूरी, मास्क भी जरूरी' संदेश को पहुंचाने के लिए गोरखपुर व मिर्जापुर में 'कोविड हेल्प डेस्क' लाभप्रद साबित हो रहे हैं।
अस्पताल में हमेशा रहे सुविधा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अस्पतालों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, ग्लव्स, सैनिटाइजर आदि की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पीएसी वाहिनी अथवा जैसे स्थान, जहां सामूहिक रूप से लोगों को रहना पड़ता है, वहां दो गज की दूरी के नियम का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित किया जाए। चिकित्सालयों के होल्डिंग एरिया में भीड़ एकत्र न होने दी जाए। प्रयास यह किया जाए कि 15 मिनट से अधिक समय तक वहां कोई न रुके। उन्होंने कहा कि चिकित्साकॢमयों को मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षित रखने हेतु पूरी सावधानी बरती जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अस्पतालों में भर्ती लोगों को निश्चित समय पर दवा, भोजन तथा नाश्ता आदि उपलब्ध कराया जाए। मरीजों को पीने के लिए गुनगुने पानी की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि डॉक्टर तथा नॄसग स्टाफ नियमित राउंड लें। स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग योग्य, अनुभवी एवं वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम तैयार करे। यह टीम प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर करने में सहयोग करे।
तेज करें स्क्रीनिंग का काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में प्रत्येक सप्ताह टीम निर्धारित क्षेत्रों में स्क्रीनिंग करे। स्क्रीनिंग टीम को पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा सैनिटाइजर आदि अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाए। टीमों की संख्या में वृद्धि करतेे हुए लगभग एक लाख से अधिक की टीम गठित कर मेडिकल स्क्रीनिंग की कार्यवाही की जाए। उन्होंने स्क्रीनिंग में संदिग्ध पाए गए व्यक्तियों के उपचार की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। सभी जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर मेडिकल स्क्रीनिंग का वृहद अभियान संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कंटेनमेंट जोन के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सर्वे के माध्यम से स्क्रीनिंग की जाए।
नोडल अधिकारी भी रहें मुस्तैद
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अभी 11 जनपदों में भेजे गए नोडल अधिकारियों की संयुक्त आख्या प्राप्त कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड अस्पतालों में बेड क्षमता का विस्तार करते हुए डेढ़ लाख बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने अब हर जनपद में विशेष सचिव स्तर के एक अधिकारी की तैनाती के निर्देश दिए हैं। यह अधिकारी वहां पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ समन्वय कर कोविड- नॉन कोविड चिकित्सालयों सहित संपूर्ण चिकित्सा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने में सहयोग प्रदान करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 25 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में वैकल्पिक टेस्टिंग व्यवस्था के तहत एन्टीजेन टेस्ट आदि को जरूरत के अनुसार भी अपनाए जाने पर विचार किया जाए।