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Maharashtra: एकनाथ खडसे ने देवेंद्र फडणवीस पर साधा निशाना, कहा-15 साल पहले राजनीति में आए लोग हमें सिखा रहे

Eknath Khadse एकनाथ खडसे ने जलगांव में कहा कि 15 साल पहले राजनीति में आए लोग हमे सिखाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे महाराष्ट्र की जनता और मेरे समर्थक कार्यकर्ताओं में गुस्सा है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 02 Sep 2020 08:45 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 08:45 PM (IST)
Maharashtra: एकनाथ खडसे ने देवेंद्र फडणवीस पर साधा निशाना, कहा-15 साल पहले राजनीति में आए लोग हमें सिखा रहे
Maharashtra: एकनाथ खडसे ने देवेंद्र फडणवीस पर साधा निशाना, कहा-15 साल पहले राजनीति में आए लोग हमें सिखा रहे

मुंबई, प्रेट्र। Eknath Khadse: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने बुधवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जमकर निशाना साधा। एकनाथ खडसे ने जलगांव में कहा कि 15 साल पहले राजनीति में आए लोग हमे सिखाने की कोशिश कर रहे हैं। इस कारण महाराष्ट्र की जनता और हमारे समर्थक कार्यकर्ता गुस्से में हैं। उनके गुस्से का कब विस्फोट होगा, यह मैं नहीं बता सकता हूं। खडसे ने कहा कि 2014 में भाजपा और शिवसेना ने विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था। हमारे प्रयास से पार्टी बहुमत के करीब पहुंच गई थी। हमने अकेले दम पर राज्य में भाजपा की सत्ता लाने का प्रयास किया था। उस समय ये लोग नहीं थे, ये लोग 15 साल पहले राजनीति में आकर चमकने लगे हैं और हम जैसे लोगों को सिखाने लगे हैं।

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खडसे ने कहा कि 2019 में फडणवीस का नारा मैं दोबारा आऊंगा, जनता को पसंद आया या नहीं इसका मैं पता लगाऊंगा। 2019 में भाजपा और शिवसेना गठबंधन ने क्रमश: 105 और 56 सीटें जीतीं थी। हालांकि शिवसेना ने अपने तीन दशक लंबे संबंधों को तोड़ दिया था। शिवसेना ने आखिरकार एनसीपी से हाथ मिला लिया और महाराष्ट्र विकास अघडी सरकार बनाई शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। खडसे ने 2016 में जमीन पर कब्जे के आरोपों को लेकर पूर्व भाजपा सरकार से इस्तीफा दे दिया था। खडसे तब से फडणवीस के आलोचक रहे हैं। खडसे लेवा पाटिल समुदाय से आते हैं, जो कि अन्य पिछड़ा वर्ग का हिस्सा है।  

साल 2019 के विधानसभा चुनाव में खडसे को भाजपा का टिकट नहीं मिल पाया था। भाजपा ने खडसे के बदले उनकी बेटी रोहिणी खडसे को उम्मीदवारी दी थी, लेकिन रोहिणी चुनाव हार गई थीं। इसके बाद खडसे को उम्मीद थी कि उन्होंने विधान परिषद में भेजा जाएगा, लेकिन खडसे को गत मई में हुए विधान परिषद की नौ सीटों के चुनाव में टिकट नहीं मिल पाया था। खडसे ने विधान परिषद का टिकट नहीं मिल पाने के लिए सीधे फडणवीस को ही जिम्मेदार ठहराया था। 


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