ED Custody: महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की ईडी हिरासत तीन दिन और बढ़ी
Maharashtra महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुसीबतें कम होती दिखाई नहीं दे रही हैं। पीएमएलए कोर्ट ने उनकी ईडी की हिरासत तीन दिन और बढ़ा दी है। ईडी उन्हें अपनी हिरासत में रखकर उनका सामना सचिन वाझे से करवाना चाहती है।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता व महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुसीबतें कम होती दिखाई नहीं दे रही हैं। पीएमएलए कोर्ट ने उनकी ईडी की हिरासत तीन दिन और बढ़ा दी है। ईडी उन्हें अपनी हिरासत में रखकर उनका सामना सचिन वाझे से करवाना चाहती है। शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विशेष अधिवक्ता श्रीराम सिरसाट ने पीएमएलए कोर्ट को बताया कि मुंबई पुलिस का बर्खास्त एपीआइ सचिन वाझे शनिवार तक हफ्ता वसूली के एक मामले में मुंबई पुलिस की हिरासत में है। प्रवर्तन निदेशालय ने उसे अपनी हिरासत में लेने का आवेदन कर रखा है। वह उसे अनिल देशमुख के सामने बैठाकर पूछताछ करना चाहती है। क्योंकि देशमुख कई बातों का गोलमोल जवाब दे रहे हैं। सचिन वाझे इस मामले की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने सचिन वाझे को ही अपने सरकारी आवास पर बुलाकर उसे मुंबई के बारों व रेस्टोरेंट्स से हर महीने 100 करोड़ रुपयों की वसूली करने को कहा था। खुद सचिन वाझे भी विशेष एनआइए कोर्ट को लिखे अपने पत्र में अनिल देशमुख पर लगे इन आरोपों की पुष्टि कर चुका है।
अनिल देशमुख पर सचिन वाझे का आरोप
सचिन वाझे सीबीआइ व ईडी को पहले बता चुका है कि उसे कुछ बार मालिकों से 4.70 करोड़ रुपये वसूल कर अनिल देशमुख के दो सहयोगियों को सौंपे। अनिल देशमुख पर यह राशि हवाला के जरिए दिल्ली की दो कागजी कंपनियों को भेजने व फिर उसमें से 4.18 करोड़ रुपये अपने पारिवारिक न्यास में वापस मंगाने का आरोप है। ईडी इन्हीं मामलों की जांच कर रही है। वह सचिन वाझे को अनिल देशमुख के सामने बैठाकर इसी मामले की तह तक जाना चाहती है। इसलिए देशमुख के लिए अगले तीन दिन महत्वपूर्ण हो सकते हैं। ईडी ने अनिल देशमुख को 12 घंटे चली पूछताछ के बाद दो नवंबर को देर रात गिरफ्तार कर लिया था। रविवार को मुंबई उच्च न्यायालय ने अनिल देशमुख को न्यायिक हिरासत में भेजने का विशेष अदालत का आदेश रद करते हुए उन्हें फिर से ईडी की हिरासत में भेज दिया था। एक बार देशमुख को न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला करने वाली विशेष पीएमएलए अदालत ने ही उनकी तीन दिन की ईडी की हिरासत बढ़ा दी है।