Ayodhya Ram Mandir : बिहार में इस चुनावी साल में मां जानकी जन्मभूमि का विकास बनेगा मुद्दा
Ayodhya Ram Mandir सीतामढ़ी में मां जानकी के भव्य मंदिर के निर्माण के साथ जानकी जन्मभूमि के विकास की आस जग गई है। धरातल पर नहीं उतरीं की गई घोषणाएं।
सीतामढ़ी, जेएनएन। अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जय श्री राम की जगह अब जय सियाराम के उद्घघोष से मां जानकी जन्मस्थली सीतामढ़ी में मां जानकी के भव्य मंदिर के निर्माण के साथ जानकी जन्मभूमि के विकास की आस जग गई है। इसके लिए विभिन्न संगठनों ने आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है। पूर्व में मां जानकी की जन्मस्थली के चौमुखी विकास और पर्यटन मानचित्र पर लाने की आवाज उठती रही है। लेकिन, मजबूत राजनीतिक पहल के अभाव में परिणाम सार्थक नहीं रहा। लेकिन अब चुनावी साल को देखते हुए विभिन्न संगठनों में इसे मुद्दा बनाने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।
सीता मंदिर का निर्माण होना चाहिए
सेवानिवृत श्रम अधीक्षक रामनरेश सिंह कहते हैं कि शुभ दिन आया और अयोध्या में श्री राम के मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ। देश में खुशी की लहर दौड़ गई। लेकिन, मां जानकी की जन्मस्थली अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर नहीं आ सकी। बड़े-बड़े कार्यक्रम बनाए गए। बड़े-बड़े नेताओं व सत्तासीन नेताओं ने मां जानकी जनमस्थली के विकास का आश्वासन दिया लेकिन आज तक स्थिति ज्यो की त्यों है। अब जबकि अयोध्या में प्रभ् श्री राम का मंदिर बन रहा है तो सीतामढ़ी में भी इसी जोश के साथ सीता मंदिर का निर्माण होना चाहिए। क्योंकि दो वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माता जानकी की जनमस्थली के विकास के लिए घोषणा की थी। लेकिन घोषणा धरातल पर नहीं उतरी।
सीएम नीतीश कुमार अपने वादे को पूरा करें
परशुराम सेना के जिलाध्यक्ष रौशन झा बिट्टू एवं मीडिया प्रभारी हिमांशु कुमार कहते हैं कि चुनावी वर्ष है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन कर चुनाव में किए वादे को पूरा किया। इसी तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी सीता मंदिर निर्माण व जानकी जन्मस्थली के विकास के दो वर्ष पूर्व किए वादे को पूरा करना चाहिए। जब तक वादा पूरा नहीं होता संगठन इसके लिए आवाज बुलंद करता रहेगा। भाजपा के मीडिया प्रभारी आग्नेय कुमार ने कहा कि जिस प्रकार अयोध्या में श्री राम जनमभूमि का विकास किया जा रहा है। उसी प्रकार जानकी जन्मभूमि का भी विकास होना चाहिए। श्री राम जन्मभूमि व श्री जानकी जन्मभूमि दोनों ही महान व पवित्र है।