प्रियंका और अखिलेश पर योगी सरकार का पलटवार, 'मुश्किल घड़ी में सेंक रहे राजनीतिक रोटियां'
यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया है कि मुश्किल घड़ी में प्रियंका वाड्रा और अखिलेश यादव नकारात्मक राजनीति की रोटियां सेंक रहे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर किए गए प्रबंधों पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी द्वारा लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के प्रवक्ता व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया है कि मुश्किल घड़ी में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव नकारात्मक राजनीति की रोटियां सेंक रहे हैं।
यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि सरकार की नीति और नीयत साफ है, जिसकी बदौलत भारत जीतेगा और कोरोना हारेगा। 'भारत को बचाना है' की नीति के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काम कर रहे हैं।
प्रियंका जी! दूसरों को नसीहत देने से पहले #कांग्रेस शासित राज्यों की हालात देख लीजिये, जहां के मुख्यमंत्री अब राहुल गांधी और सोनिया गांधी से सलाह लेना आवश्यक नहीं समझते। ऐसा राहुल गांधी ने आपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद स्वीकार किया है। — Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) April 27, 2020
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि दूसरों को नसीहत देने के बजाय प्रियंका वाड्रा को कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करनी चाहिए, जो लॉकडाउन बढ़ाने या न बढ़ाने को लेकर राहुल गांधी और सोनिया गांधी तक से बात तक नहीं करते। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लॉकडाउन शुरू होने से लेकर अब तक एक दिन सकारात्मक सुझाव नहीं दिया। हमेशा नकारात्मक बयानबाजी की है।
बता दें कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर लगाता हमलावर हैं। सोमवार को अखिलेश यादव ने बयान जारी कर कहा है कि कोरोना से लड़ने के लिए बहु प्रचारित आगरा मॉडल को वहां के मेयर ही फेल बता रहे हैं और कह रहे हैं यह आगरा को वुहान बना देगा। न जांच, न दवाई, न अन्य बीमारियों के लिए सरकारी या प्राइवेट अस्पताल और न ही जीवन रक्षक किट। साथ ही क्वारंटाइन सेंटरों की बदहाली प्राणांतक साबित हो रही है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार को किसानों की भी कोई चिंता नहीं है।
वहीं प्रियंका वाड्रा ने भी ट्वीट के जरिये कहा कि यूपी के कई सारे मेडिकल कालेजों में खराब पीपीई किट दी गई थीं। ये तो अच्छा हुआ सही समय पर वो पकड़ में आ गईं, तो वापस हो गईं और हमारे योद्धा डाक्टरों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं हुआ, लेकिन हैरानी की बात ये है कि यूपी सरकार को ये घोटाला परेशान नहीं कर रहा है बल्कि यह परेशान कर रहा है कि खराब किट की खबर बाहर कैसे आ गई। ये तो अच्छा हुआ कि खबर बाहर आ गई वरना खराब किट का मामला पकड़ा ही नहीं जाता और ऐसे ही रफा-दफा हो जाता।