लखनऊ आए शत्रुघ्न सिन्हा के अपनी पार्टी से दूरी बनाने पर कांग्रेस नेता नाराज, किया जोरदार हमला...
कांग्रेस नेता और स्टार प्रचारक शत्रुघ्न सिन्हा लखनऊ आए लेकिन अपनी पार्टी के कार्यालय जाने के बजाय सपा मुख्यालय पहुंच गए। इससे पार्टी में उनका विरोध शुरू हो गया है।
लखनऊ, जेएनएन। कांग्रेस नेता और स्टार प्रचारक शत्रुघ्न सिन्हा लखनऊ आए, लेकिन अपनी पार्टी के कार्यालय जाने के बजाय सपा मुख्यालय पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मंच भी साझा किया। इस बात को लेकर कांग्रेस के कई नेता नाराज हो गए हैं। उनके लखनऊ दौरे से पार्टी में उनका विरोध भी शुरू हो गया है।
शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी के खिलाफ कांग्रेस से लोकसभा का चुनाव लड़े आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर अपना विरोध दर्ज किया है। उन्होंने लिखा है कि 'शत्रुघ्न सिन्हा स्टार प्रचारक हैं कांग्रेस के, लेकिन प्रचार करते हैं सपा का और कच्छा पहनते हैं आरएसएस का।'
शत्रुघ्न सिन्हा “स्टार”
प्रचारक हैं कांग्रेस के, लेकिन प्रचार करते हैं “सपा” का और “कच्छा” पहनते हैं “RSS” का. pic.twitter.com/rPUOtlbkVV — Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) January 27, 2020
पूर्व प्रदेश प्रवक्ता जीशान हैदर ने लिखा- यह तो वाकई सोचने वाला विषय है। ऐसे लोगों को तुरंत बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए, जो खाते यहां की हैं और बजाते कहीं और की हैं। आचार्य प्रमोद ने इसके बाद जो ट्वीट किया, उससे उनकी पार्टी और फैसलों के प्रति नाराजगी भी झलकी। उन्होंने लिखा- 'इन्हें कौन निकालेगा। ये कोई सिराज मेंहदी और संतोष सिंह थोड़ी हैं।' पूर्व एमएलसी सिराज मेंहदी और पूर्व सांसद संतोष सिंह समेत दस वरिष्ठ कांग्रेसी अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाल दिए गए हैं।
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ गांधी शांति यात्रा लेकर लखनऊ पहुंचे पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा भी थे। दोनों ने सपा कार्यालय पहुंचकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मंच साझा किया। शत्रुघ्न ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री रहते हुए अपनी पार्टी से वह बगावत करते रहे। आखिरकार कांग्रेस का हाथ थाम लिया। वह पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में हैं। इसके बावजूद 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने लखनऊ से सपा के टिकट पर अपनी पत्नी पूनम सिन्हा को लड़ाया।