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नए चेहरों के जरिये कांग्रेस का दलित एजेंडा, आलोक प्रसाद पासी को सौंपी यूपी एससी विभाग की कमान

उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 की तैयारी में जुटी कांग्रेस अपना दलित एजेंडा नए चेहरों के जरिये लागू करेगी। संगठन में बदलाव के जरिये कांग्रेस पंचायत चुनाव पर नजर भी लगाए है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 10:26 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 07:39 AM (IST)
नए चेहरों के जरिये कांग्रेस का दलित एजेंडा, आलोक प्रसाद पासी को सौंपी यूपी एससी विभाग की कमान
नए चेहरों के जरिये कांग्रेस का दलित एजेंडा, आलोक प्रसाद पासी को सौंपी यूपी एससी विभाग की कमान

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 की तैयारी में जुटी कांग्रेस अपना दलित एजेंडा नए चेहरों के जरिये लागू करेगी। इसके तहत कई वर्षों से अनुसूचित जाति विभाग के यूपी चेयरमैन के पद पर जमे भगवती चौधरी की छुट्टी कर महराजगंज जिले के निवासी आलोक प्रसाद पासी को कमान सौंपी गई है। संगठन में बदलाव के जरिये कांग्रेस पंचायत चुनाव पर नजर भी लगाए है।

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प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि निष्ठावान कांग्रेसी परिवार से ताल्लुक रखने वाले आलोक प्रसाद पासी वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव हैं। उनके पिता स्व. सुखदेव प्रसाद प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं। पासी को चेयरमैन बनने से संगठन को और अधिक मजबूती मिलेगी।

सूत्रों का कहना है कि बसपा के प्रति दलितों का मोह कम होते जाने पर कांग्रेस की निगाहें लगी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान व महाराष्ट्र में दलित वोटों का रुझान फिर से कांग्रेस की ओर बढ़ा है। दलित राजनीति के जानकार हरिकिशन वर्मा आंबेडकर का कहना है कि आजादी के बाद दलितों की पहली पसंद कांग्रेस ही रही परंतु क्षेत्रीय दलों की ताकत बढ़ने के बाद वोटों का समीकरण गड़बड़ा गया था। दलितों और अल्पसंख्यकों के हटने से कांग्रेस विशेष रूप से उप्र में अर्श से फर्श पर आ गई।

आक्रामक तेवर अपनाने की तैयारी

बसपा के बदले अंदाज को देखते हुए दलितों में युवाओं का नजरिया बदलने लगा है। इसी का नतीजा रहा कि भीम आर्मी जैसे संगठन तेजी से अपनी जगह बताते जा रहे है। कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा का गत दिनों अस्पताल में भर्ती भीम आर्मी संयोजक चंद्रशेखर आजाद से मिलने जाना पार्टी का बदला नजरिया था। प्रवक्ता बृजेंद्र का कहना है कि प्रियंका जिस तरह से दलितों, पिछड़ों आदिवासियों व अन्य कमजोर तबके के लोगों से सीधे मिल रही है, उससे कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।

मीडिया विभाग में सख्ती

कांग्रेस द्वारा टीवी चैनलों पर डिबेट में पार्टी प्रवक्ताओं व पैनलिस्टों को शामिल होने से रोकने के बावजूद कुछ चेहरे लगातार चैनलों पर नजर आते है। प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने प्रदेश कांग्रेस के नौ प्रवक्ताओं व मीडिया विभाग संयोजक के नामों की सूची दोबारा जारी करते हुए टीवी चैनलों पर मनमाने ढंग से जा रहे कार्यकर्ताओं पर नाराजगी जताई है। सूची में ललन कुमार वीरेंद्र मदान, अमरनाथ अग्रवाल, उमाशंकर पांडेय, अशोक सिंह, बृजेंद्र कुमार सिंह, अनूप पटेल, शुचि विश्वास और उबैदउल्ला नासिर के नाम शामिल हैं।


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