CM Yogi in Gorakhpur : पहले सुनी फरियाद फिर किया रुद्राभिषेक Gorakhpur News
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की सुबह गोरखनाथ मन्दिर में नियमित दिनचर्या के बाद जनता दर्शन में हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने रुद्राभिषक किया।
गोरखपुर, जेएनएन। दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की सुबह गोरखनाथ मन्दिर में नियमित दिनचर्या के बाद जनता दर्शन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने करीब 250 लोगों की फरियाद सुनीं और समस्या समाधान का आश्वासन दिया। फरियाद सुनने के बाद योगी अपने आवास में स्थापित शक्ति पीठ गए और वहां महाशिवरात्रि के अवसर पर रूद्राभिषेक किया।
एक घंटे जनता के बीच रहे
जनता दर्शन में योगी के पहुंचने से पहले जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन और एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता फरियादियों की समस्या सुनते रहे। सुबह सात बजे मुख्यमंत्री वहां पहुंचे और बारी-बारी से सभी फरियादी के पास जाकर उनकी समस्या सुनीं। प्रशासन से जुड़े मामलों का प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को और पुलिस से जुड़े मामलों का प्रार्थना पत्र एसएसपी को मुख्यमंत्री ने मौके पर ही सौंपा। साथ जल्द से जल्द समस्या निस्तारण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। जनता दर्शन में मुख्यमंत्री करीब एक घंटे रहे। उसके बाद उन्होंने रुद्राभिषेक की आनुष्ठानिक प्रक्रिया सम्पन्न की।
ऐसा रहा जनता दरबार
बहुत बार थाने और तहसील की दौड़ लगाई। मिन्नतें कीं। पर अफसरों का दिल नहीं पसीजा। हिम्मत छूटने लगी है, अब आप ही कुछ कर सकते हैं 'महराज'। विषय चाहे जो रहा हो, मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में हर दूसरे-तीसरे फरियादी का कमोबेस यही दर्द था, चाहे वह महिला हो या पुरुष। अपनी बात कहते-कहते कुछ की आंखें भर आईं तो कुछ की छलक पड़ीं। मुख्यमंत्री ने अपने भावपूर्ण आश्वासन से सभी के आंसू पोछे।
मुख्यमंत्री से मिलकर व्यथा कहने और उसका निदान कराने के लिए गोरखपुर और आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में फरियादी पौ फूटने से पहले ही गोरखनाथ मंदिर परिसर में पहुंचे हुए थे। छह बजते-बजते जनता दर्शन के लिए तय स्थान मंदिर के ङ्क्षहदू सेवाश्रम में फरियादियों के लगीं सभी 225 सीटें तो भर ही गईं, पास के यात्री निवास में भी करीब 200 लोग इकट्ठा हो गए। सात बजे के करीब तेज गति से डीएम के. विजयेंद्र पांडियन और एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता वहां पहुंचे लोगों की फरियाद सुनने लगे। यह सिलसिला जब 15 मिनट तक चलता रहा तो फरियादियों की मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात कहने की उम्मीद जाती रही। पर निराशा फिर आशा में बदल गई जब सवा सात बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हाल में प्रवेश हुआ। फरियाद सुनने का सिलसिला शुरू हुआ तो पुलिस और प्रशासन की अनदेखी के मामलों के आने का सिलसिला हमेशा की तरह शुरू हो गया। हालांकि इनमें ज्यादातर मामले पुलिस महकमे से ही जुड़े थे। किसी का जमीन पर कब्जे का मामला था, कोई अपने दुश्मनों से जान बचाने की गुहार लगा था। कुछ महिलाएं अपने पति की शिकायत लेकर भी पहुंची हुई थीं। मुख्यमंत्री सभी के पास बारी-बारी से गए और समस्या सुनकर समाधान के लिए आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री ने तत्काल पुलिस विभाग से जुड़े मामलों का प्रार्थना पत्र एसएसपी को और प्रशासन से जुड़े मामलों का प्रार्थना पत्र डीएम को सौंपा और उसके जल्द से जल्द निस्तारित करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री के जाने के बाद एसएसपी ने सुनीं फरियाद
जनता दर्शन में पुलिस के मामले ज्यादा थे, सो मुख्यमंत्री के निर्देश पर उनके जाने के बाद एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने फरियाद सुनने की कमान संभाल ली। उन्होंने भी करीब 100 लोगों की न केवल फरियाद सुनीं बल्कि उसके त्वरित समाधान के लिए संबंधित थानेदारों की क्लास भी ली।