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बीजद सुप्रीमो ने लोस चुनाव में निर्वाचित सदस्यों से नवीन निवास में की मुलाकात, दिया गुरुमंत्र

बीजद सुप्रीमो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोकसभा चुनाव में निर्वाचित 12 सदस्य के साथ नवीन निवास में मुलाकात की इन 12 सांसदों में से कुछ नए चेहरे पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं।

By BabitaEdited By: Published: Mon, 27 May 2019 10:39 AM (IST)Updated: Mon, 27 May 2019 10:42 AM (IST)
बीजद सुप्रीमो ने लोस चुनाव में निर्वाचित सदस्यों से नवीन निवास में की मुलाकात, दिया गुरुमंत्र
बीजद सुप्रीमो ने लोस चुनाव में निर्वाचित सदस्यों से नवीन निवास में की मुलाकात, दिया गुरुमंत्र

भुवनेश्वर, जेएनएन। बीजू जनता दल सुप्रीमो तथा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को लोकसभा चुनाव में निर्वाचित 12 सदस्य के साथ नवीन निवास में मुलाकात की। इस मौके पर पटनायक ने नवनिर्वाचित सदस्यों से ओडिशा को विशेष राज्य का दर्जा एवं महिलाओं को संसद में 33 फीसद आरक्षण देने का मामला संसद में उठाने की सलाह दी।

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बैठक के बाद केंद्रापड़ा के सांसद अनुभव महांती ने बताया कि संसद में बीजद अपनी पुरानी नीति पर कायम रहेगी। राज्य के न्याय के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हम सभी राज्य के विकास के लिए संसद में मांग उठाते रहेंगे। मैं केंद्रापड़ा में रेल लाइन का भी मामला उठाऊंगा। वहीं, आस्का से निर्वाचित प्रमिला बिशोई ने कहा है कि मैं अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम करूंगी। केंदुझर से निर्वाचित चंद्राणी मुर्मू ने कहा कि दिल्ली दरबार में मैं अपने इलाके की मौलिक समस्या को उठाऊंगी। बरहमपुर से निर्वाचित चंद्रशेखर साहू ने कहा है कि ओडिशा को विशेष राज्य का दर्जा देने तथा संसद में महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण का मुद्दा उठाएंगे। सांसदों के साथ बैठक संपन्न होने के बाद बीजद सुप्रीमो ने राज्य बीजद कार्यालय में विधानसभा चुनाव में विजयी 112 सदस्यों के साथ बैठक की।  इसमें नवीन पटनायक को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना लिया गया। इसके बाद यहां से निकलकर राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मिलकर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। उधर, राज्य चुनाव आयोग ने राज्यपाल से मिलकर उन्हें विधानसभा चुनाव में विजयी सदस्यों की सूची सौंप दी है। 

यहां उल्लेखनीय है कि 12 सांसदों में से कुछ नए चेहरे पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। ऐसे में इन सभी सांसदों को संसद में राज्य की समस्या  को प्रमुखता से उठाने में की संसद में उनकी भूमिका से भी अवगत कराया गया। बताया गया कि पिछले पांच साल से राज्य के विभिन्न मुद्दों को लेकर संसद में उठाया गया मगर कोई स्थाई समाधान नहीं हो सका है। विशेष कर राज्य के हित में विशेष राज्य का दर्जा की मांग, महानदी जल आवंटन प्रसंग एवं पोलावरम प्रोजेक्ट जैसे प्रसंग पर सांसद संसद में कई बार उठाए जा चुके हैं। ऐसे में इन तमाम प्रसंगों को संसद में उठाने की सलाह दी गई।

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