UP Assembly by-Polls: विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा में टिकट पर मंथन, दिल्ली में होगा अंतिम फैसला
UP Assembly by-Polls मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी और स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार शाम आधा घंटे से अधिक चली बैठक में उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उप चुनाव के लिए सीटवार संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा क्षेत्रों के लिए होने वाले उप चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी में गुरुवार को प्रत्याशियों को लेकर मंथन हुआ। प्रत्येक सीट पर दो या तीन संभावित नामों का पैनल तैयार करके राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजने के लिए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को अधिकृत किया गया। अंतिम फैसला दिल्ली में होगा लेकिन चुनावी तैयारी की गति बढ़ाने के लिए बैठक में एक राय बनी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी और स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार शाम आधा घंटे से अधिक चली बैठक में सीटवार संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई। स्थानीय समीकरणों के अलावा विपक्ष की ओर से घोषित उम्मीदवारों को भी ध्यान में रखा गया। सभी सातों क्षेत्रों में गए वरिष्ठ नेताओं द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट का अवलोकन भी किया। संभावित नामों पर विचार के बाद दो या तीन संभावित उम्मीदवारों के पैनल भी तैयार किए गए। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को अधिकृत करते हुए राष्ट्रीय नेतृत्व को पैनल भेजने का निर्णय लिया। दिल्ली से आए राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह भी बैठक में मौजूद रहे।
संपर्क अभियान को दी जाए गति : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी सीटों पर जीत हासिल करने के लिए संपर्क अभियान को गति देने के साथ विपक्ष की तैयारी पर भी नजर रखने को कहा गया। वहीं महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने बूथ स्तर पर संगठनात्मक तैयारी मजबूत करने के साथ नियमित संवाद बनाए रखने पर जोर दिया। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने आपसी समन्वय बनाए रखने पर बल दिया। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कहना था कि कार्यकर्ताओं के आत्मविश्वास को बनाए रखने की जरूरत है। बैठक में सलिल विश्नोई व संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद थे।
पर्यवेक्षको की रिपोर्ट बनेगी चयन आधार : पर्यवेक्षकों से प्रदेश अध्यक्ष व महामंत्री संगठन अलग अलग वार्ता करके प्रत्येक विधानसभा सीट के बारे में विस्तार से पड़ताल की। जो सीटें विधायकों के निधन से रिक्त हुई हैं वहां उनके परिवारीजन के नामों पर भी विचार किया गया। सूत्रों का कहना है कि जातीय व स्थानीय समीकरणों को देखकर अंतिम फैसला केंंद्रीय नेतृत्व पर ही छोड़ दिया।
मुख्यमंत्री से मिले अरुण सिंह : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सदस्य अरुण सिंह ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की।