Chinmayananda case : चिन्मयानंद के खिलाफ विरोध मार्च की इजाजत न मिलने पर कांग्रेस भड़की, कहा- कश्मीर नहीं है यूपी
कांग्रेस के नेता छात्रा को न्याय दिलाने शाहजहांपुर से लखनऊ तक पदयात्रा निकालने की खातिर शाहजहांपुर में एकत्र होने की तैयारी में लगे थे लेकिन जिला व पुलिस प्रशासन ने इनको रोक दिया।
शाहजहांपुर, जेएनएन। चिन्मयानंद-छात्रा प्रकरण में छात्रा को न्याय दिलाने के लिए पदयात्रा निकालने चले कांग्रेस नेताओं को सोमवार को पुलिस ने रोका तो दिनभर जमकर हंगामा हुआ। शाहजहांपुर में पार्टी विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर समेत करीब दो सौ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया। देर शाम सभी को रिहा कर दिया गया। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को समर्थकों के साथ उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया। बरेली, पीलीभीत और बदायूं में भी प्रदर्शन हुए। बदायूं में प्रदेश महासचिव ओमकार सिंह को नजरबंद कर दिया गया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद को लॉ छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में 20 सितंबर को जेल भेजा गया था। वहीं, छात्रा को रंगदारी मांगने के आरोप में 25 सितंबर को जेल भेजा गया था। इसके विरोध में छात्रा को न्याय दिलाने की मांग करते हुए सोमवार को शाहजहांपुर से लखनऊ तक पदयात्रा निकालने का एलान किया था। मगर, प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। सुबह करीब दस बजे आंदोलन की कमान संभाल रहे कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू पदयात्रा में शामिल होने के लिए जैसे ही होटल से बाहर निकले, पहले से तैनात पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और पुलिस लाइंस ले गई।
इसके बाद दोपहर तक करीब दो सौ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइंस भेजा जा चुका था। जहां पर वह धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। दूसरी ओर पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद को उनके आवास पर नजरबंद कर लिया गया। दोपहर करीब एक बजे प्रदेश प्रवक्ता सैफ अली नकवी, कांग्रेस की छात्र विंग नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) के राष्ट्रीय प्रतिनिधि पारस शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष रोहित राणा व प्रदेश सचिव अविनाश चौबे आदि दो स्थानों पर पानी की टंकियों पर चढ़ गए। पुलिस ने इन लोगों को भी हिरासत में ले लिया। शाम करीब छह बजे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया गया। रिहा होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने बताया कि अब गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर को लखनऊ में पदयात्रा निकाली जाएगी।
चिन्मयानंद के खिलाफ विरोध मार्च की इजाजत न मिलने पर कांग्रेस ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर भड़ास निकाली। कांग्रेस ने कहा कि उत्तर प्रदेश को भी कश्मीर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यहां पर सरकार के विरोध में बोलने की किसी को भी इजाजत नहीं है। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का यह तानाशाहीपूर्ण रवैया समझ से परे हैं। जितिन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश सरकार उनके संवैधानिक अधिकार को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह उत्तर प्रदेश है फिर भी उन्हें यहां न्याय पद यात्रा निकालने की इजाजत नहीं मिल रही है। उनको शायद यह मालूम नहीं है कि यह उत्तर प्रदेश है, कश्मीर नहीं है। जिला प्रशासन ने शाहजहांपुर में जितिन प्रसाद के घर के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया। जितिन प्रसाद ने कहा कि उन्हें नजरबंद कर लिया गया है और उनके घर के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जितिन प्रसाद ने अपने घर से एक वीडियो भी ट्विटर पर पोस्ट किया है। कांग्रेस कार्यालय के बाहर भी पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है।
शाहजहांपुर में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री को नजरबंद किया गया जबकि कांग्रेस के दफ्तर जाने वाली सड़क को सील कर दिया गया। एसडीएम सदर तथा पुलिस की टीम प्रसाद भवन पर पहुंची। पदयात्रा निकालने पर अड़ी कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू के साथ अन्य नेताओं को होटल में नजरबंद किया गया। इसके साथ कांग्रेस कार्यालय जाने वाले रास्ते को बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया है। कांग्रेस नेता अजय लल्लू, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर समेत कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया।
प्रियंका गांधी ने भी बोला हमला
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों को सरकार का संरक्षण है कि वो बलात्कार से पीडि़त लड़की को डरा-धमका सकें। भाजपा सरकार शाहजहांपुर की बेटी के लिए न्याय मांगने की आवाज को दबाना चाहती है। यहां पर कांग्रेस की पदयात्रा रोकी जा रही है।
उप्र में अपराधियों को सरकार का सरंक्षण है कि वो बलात्कार से पीड़ित लड़की को डरा-धमका सकें।
लेकिन, उप्र भाजपा सरकार शाहजहांपुर की बेटी के लिए न्याय माँगने की आवाज को दबाना चाहती है। पदयात्रा रोकी जा रही है। हमारे कार्यकर्ताओं नेताओं को गिरफ़्तार किया जा रहा है। डर किस बात का है?— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 30, 2019
हमारे कार्यकर्ताओं नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। उनसे सरकार को डर किस बात का है। शाहजहांपुर से बाहर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने प्रमुख स्थानों पर फोर्स लगा रखा है। शाहजहांपुर के रामचंद्र मिशन के हरदोई चौराहा पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिसकर्मी मौजूद है।
स्वामी चिन्मयानन्द मामले में प्रदेश कांग्रेस सोमवार को शाहजहांपुर से लखनऊ तक पदयात्रा शुरू करने वाली थी। कांग्रेस की यह यात्रा पीडि़त छात्रा को इंसाफ दिलाने के लिए आयोजित की जा रही थी।