CM योगी ने कहा- रामभक्तों पर गोली चलाने और उपद्रवियों की पैरोकारी करने वालों को सवाल पूछने का हक नहीं
UP Budget Session विधानमंडल के बजट सत्र में बुधवार को विधानसभा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया।
लखनऊ, जेएनएन। UP Budget Session: देश को रामराज चाहिए समाजवाद नहीं, क्योंकि समाजवाद का अमानवीय चेहरा दुनिया देख चुकी है। यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान विधानसभा को संबोधित करते हुए कही। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में योगी विपक्ष पर बरसे। उन्होंने कहा कि रामभक्तों पर गोली चलाने और देशद्रोहियों व उपद्रवियों की पैरोकारी करने वालों को सवाल पूछने का कोई हक नहीं है।
दो घंटे से अधिक के संबोधन में योगी ने अभिभाषण के दौरान विपक्ष के हंगामे को लेकर एतराज जताया। उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं, वही उसको तार-तार कर रहे है। संवैधानिक प्रमुख पर कागज के गोले फेंकने को बहादुरी समझा जाता है। जिन्होंने इसी सदन में विधायकों को चोटिल किया, वे विधायकों के सम्मान की बात करते हैं। तंदूर कांड जैसी घटनाओं को अंजाम देने वाले महिला सशक्तीकरण की दुहाई देते हैं।
बच्चों को सीएए विरोधियों के पास नारे लगाने भेज रहे बड़े लोग
सपा प्रमुख का नाम लिए बगैर योगी ने कहा कि सीएए का विरोध करने वालों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है। अपराधी भी अपने बच्चों को अपराधी नहीं बनाना चाहता है पर मैं देख रहा हूं कि बड़े लोग अपनी बेटी और बच्चों को सीएए विरोधी नारेबाजी करने भेज रहे हैं। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पुलिसिया कार्रवाई को सही करार देते हुए कहा कि करीब 15 हजार छात्र अलीगढ़ को जला देना चाहते थे लेकिन, पुलिस की सक्रियता से कामयाब नहीं हो सके। तिरंगे की आड़ लेकर देश तोडऩे की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे लोगों को उनकी भाषा में ही समझाया जाएगा। योगी ने कहा कि दो और तीन अक्टूबर 2019 को 36 घंटे सदन में गंभीर चर्चा से बाहर रहने वाले विपक्ष को प्रदेश की 22 करोड़ जनता से सरोकार नहीं है।
रामराज कोई धार्मिक कार्य नहीं
उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण से अयोध्या में दबी भावनाओं को मंच मिला है। नौ नवंबर 2019 को साबित हुआ कि परिंदा भी कानून व्यवस्था में पर नहीं मार सकता। अयोध्या फैसले से सिद्ध हुआ कि गोली चलाने वाले ही गलत थे। रामराज कोई धार्मिक कार्य नहीं वरन सुशासन है। हम इसके लिए प्रयासरत हैं। सिर पर टोपी पहनने से धर्म नहीं हो जाता। हिंसा फैलाने वाले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) के लोग हैं, जो सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) का वर्जन है। उन्होंने पुलिस की गोली से एक भी उपद्रवी की मौत न होने की बात भी कही।
योगी ने बिना नाम लिए मुलायम पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक समय था जब बालिकाओं पर निर्मम कृत्य होते थे तो बच्चों से गलती होने की बात कहते हुए टाल दिया जाता था, वही लोग अब महिला सुरक्षा की बात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि सपा शासन में दलित और बसपा सरकार में पिछड़े वर्ग के बच्चे छात्रवृति से छूट जाते थे। भाजपा सरकार के कार्यकाल में ऐसा कभी होता। योगी ने केंद्र से विभिन्न क्षेत्रों में प्रदेश को मिले पुरस्कारों को भी गिनाया। उन्होंने कहा कि अब कहीं भी यूपी का नाम लेने पर होटल न मिलने की समस्या नहीं रह गयी। मुख्यमंत्री ने डिफेंस एक्सपो की उपलब्धि को विस्तार से बताया। अयोध्या में दीपोत्सव, मथुरा में कृष्णोत्सव, वाराणसी में देव दीपावली और बरसाना में रंगोत्सव की जानकारी भी दी।