छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, गांधी की हत्या का षड्यंत्रकारी था सावरकर
कानपुर में विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने की तैयारी को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया।
कानपुर, जेएनएन। विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने की तैयारी को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। बोले, भारत रत्न देना है तो आजादी के लिए लड़ने वाले गणेश शंकर विद्यार्थी को दिया जाए। मंगलवार को गणेश शंकर विद्यार्थी जयंती समारोह में बघेल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे सावरकर से प्रभावित था। सावरकर गांधी की हत्या के षडयंत्र में शामिल था। साक्ष्य के अभाव में बरी होने से वह निरपराध नहीं हो गए। उन्होंने भाजपा के गांधी प्रेम और राष्ट्रवाद पर भी सवाल उठाए। कहा, भाजपा गांधी को मानती है तो गोडसे की निंदा करे।
असहमति को पूरा स्थान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी का भारत अहिंसा का भारत है। हमारे पारंपरिक राष्ट्रवाद में असहमति को पूरा स्थान मिलता था। गणेश शंकर विद्यार्थी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे थे, जबकि क्रांतिकारी भगत सिंह वामपंथी थे। बावजूद इसके उन्होंने भगत सिंह को दो महीने अपने घर पर रखा। यह असहमति का सम्मान है जो फिलहाल खत्म हो गया है।
राजनीति तय करती घर की सब्जी
किदवईनगर में अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि देश में चुनाव भावनात्मक व आर्थिक रूप से होता है। जो मालदार हैं उनके आगे-पीछे लोग घूमते हैं। वहीं, अगर कोई भावनाओं को जगाता है तो लोग उसकी ओर झुक जाते हैं। कहा, राजनीति आपके घर के चूल्हे व रहन-सहन तक पर असर डालती है। यह तक तय करती है कि आपके घर पर कौन सी सब्जी बनेगी। भावनाओं में बहने के बजाय मुद्दों पर जनप्रतिनिधि का चुनाव करना होगा। अच्छे जनप्रतिनिधि से ही समाज का विकास हो सकेगा। उन्होंने कुर्मी समाज से एकजुट होकर रोजगार, आर्थिक, कृषि व अन्य मुद्दों पर मतदान करने की अपील की।
देश में मंदी पर छत्तीसगढ़ में विकास दर तेज
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश में मंदी के हालात हैं लेकिन छत्तीसगढ़ इकलौता ऐसा राज्य है जहां विकास दर तेजी से बढ़ रही है। ऑटो मोबाइल सेक्टर में गिरावट है लेकिन उनके राज्य में 13 फीसद बढ़ोतरी हुई है। जहां गरीब व किसान तबका खुश होगा, वह राज्य आगे ही बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री पिछड़े समाज से आते लेकिन मंत्री नहीं
भापजा पर प्रहार करने से वह नहीं चूके कहा, प्रधानमंत्री पिछड़े समाज से आते हैं लेकिन क्या उनके मंत्री व अधिकारी पिछड़े समाज के हैं। जो संपन्न होकर अपने समाज का ख्याल रखे, उसी व्यक्ति का साथ दें। कार्यक्रम आयोजक पूर्व सांसद राकेश सचान व बालकुमार पटेल आदि मौजूद रहे।