पीएम माेदी की पंजाब यात्रा से कैप्टन सरकार को कर्जमाफी पर बड़ी आस
पंजाब सरकार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे से बहुत उम्मीदें हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री किसान कर्जमाफी पर बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 3 जनवरी की पंजाब यात्रा को लेकर पंजाब सरकार को काफी आशाएं हैं। बीते माह तीन राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद किसान कर्ज माफी का मुद्दा अगले लोकसभा चुनाव में मुख्य मुद्दा बन सकता है। इसे देखते हुए कैप्टन अमरिंदर सरकार को आशा है कि प्रधानमंत्री देश के 'अन्न कटोरे' से कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। पिछले हफ्ते ही धर्मशाला में प्रधानमंत्री ने कहा था कि पंजाब में किसी भी किसान का कर्ज माफ नहीं किया गया है। इसके बाद पंजाब की राजनीति गर्मा गई थी आैर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर हमला किया था।
पंजाब सरकार के अनुसार, किसान कर्जमाफी पर बड़ा ऐलान कर सकते हैं प्रधानमंत्री
प्रदेश सरकार के सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार 2019 के चुनाव को देखते हुए किसानों की कर्जमाफी संबंधी कोई बड़ा फैसला ले सकती है। यदि ऐसा होता है तो पंजाब को भी इससे बड़ी राहत मिलेगी। पंजाब सरकार ने कर्जमाफी योजना को अपने बजट के माध्यम से लागू किया है। केंद्र के कदम उठाने से पंजाब सरकार को फायदा होगा।
सुनील जाखड़ ने कहा, 31 हजार करोड़ के कर्ज पर राहत दें प्रधानमंत्री, पंजाब के उद्योगों के लिए दें पैकेज
दूसरी तरफ, पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने अपने संसदीय हलके गुरदासपुर में प्रधानमंत्री का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब को सीमावर्ती राज्य घोषित करके प्रधानमंत्री किसी बड़ी इंडस्ट्री का ऐलान करें और उद्योगों के लिए पैकेज दें। अगर ऐसा नहीं कर सकते तो बटाला जैसे पुराने औद्योगिक शहरों के लिए समान किराया सब्सिडी की घोषणा करके राहत दें।
सुनील जाखड़ ने कहा कि पूर्व अकाली-भाजपा सरकार द्वारा फूड अकाउंट के 31 हजार करोड़ रुपये को कर्ज में बदलने के मामले में भी प्रधानमंत्री राहत दे सकते हैैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इस बारे में पीएम के अलावा वित्तमंत्री अरुण जेटली को अवगत करवा चुके हैं और मैैंने खुद भी संसद में यह मुद्दा उठाया था।
प्रधानमंत्री की धन्यवाद रैली पर कटाक्ष करते हुए जाखड़ ने कहा कि भाजपा ने लंगर पर हटाए गए जीएसटी को मुद्दा बनाया है। मेरा भाजपा लीडरशिप से केवल इतना सवाल है कि यह जीएसटी लंगर पर लगाया किसने था? जाखड़ ने गुजरात में पंजाबियों को दी गई जमीन का मुद्दा फिर उठाया। उन्होंने अकाली लीडरशिप पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल प्रधानमंत्री से इस मामले में जवाब लेकर ही स्टेज से नीचे उतरें।