नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने दीं ताजनगरी को कई सौगातें Agra News
जीवनी मंडी वाटरवर्क्स पर पहुंचे नगर विकास मंत्री। विभिन्न विकास योजनाओं का करेंगे लोकार्पण व शिलान्यास।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन शुक्रवार को आगरा पहुंचे हैं। जीवनी मंडी स्थित पुराने वाटर वर्क्स पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होते हुए उन्होंने आगरा के लिए तय 65 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इसमें नई और पुरानी योजनाएं शामिल हैं। मंत्री के आगमन के मद्देनजर गर निगम प्रशासन ने तैयारियां पहले ही कर रखी थीं। नगर निगम के सौ वार्ड को चार जोन में बांटा गया है। यह हरीपर्वत, छत्ता, लोहामंडी और ताजगंज शामिल हैं।
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने अपने उद्बोधन में कहा कि आगरा में जितना ताज का नाम है, उतनी ही यहां के खारे पानी की चर्चा। गंगाजल की बहु प्रतीक्षित योजना पूर्ण हुई है। एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे शुरू किया। आगरा पेयजल गृह संयोजन के प्रथम चरण में डेढ़ लाख की आबादी से लाभान्वित हो रही है। सीवर योजना से भी शहरवासियों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि चार जीर्ण शीर्ण पम्पिंग स्टेशन प्रारंभ होंगे। लगभग 85 किलोमीटर की लाइन बिछेगी। मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि जब 2014 में मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी तो तमाम योजनाओं की झड़ी लगा दी । पीएम मोदी का विलक्षण व्यक्तित्व है। हम सब सौभाग्यशाली हैंं कि दुनिया मे जितना नेतृत्व है, उसमें सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व हमारे पास है। मोदी ने जो समस्या हल की, संपूर्णता से की, टुकड़ोंं टुकड़ोंं में नही की।
इससे पहले 60 प्रतिशत लोगो के पास शौचालय नही था, इसलिए 11 करोड़ के लगभग शौचालय बने। 2022 तक प्रधानमंत्री आवास मिलेगा। आयुष्मान भारत मेंं पहले फेस में 10 करोड़ परिवारों को और 50 करोड़ लोगों को लाभ मिला है। जैसा हम सब जानते हैंं कि भूगर्भ जल खत्म होता जा रहा है और वर्षा का जल समुंदर में जा रहा है। इसलिए सरफेस वाटर का उपयोग किए जाने पर जोर है। एक अन्य महत्वाकांक्षी योजना नदियों को जोड़ने के लिए है, यह भी जल्द मूर्त रूप लेगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ के बाद आगरा ऐसा महानगर है, जिससे मेरा ज्यादा जुड़ाव है। इसलिए यहां की समस्याओं से अवगत हूँ, जिनका हम मिलकर समाधान करेंगे। एक मास्टर प्लान के तहत काम होना चाहिए, जो पिछली सरकारों में नहींं हुआ। उन्होंने कहा कि किसी के पास भी अलादीन का चिराग नही है, जो एकदम से समस्या का समाधान हाेे जाए, सुधार आने में समय लगता है। आगरा में जल्द ही सुखद परिवर्तन दिखाई देंंगे।
कार्यक्रम में राज्यमंत्री डा. जीएस धर्मेश, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, योगेंद्र उपाध्याय, रामप्रताप सिंह चौहान, मेयर नवीन जैन, प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार भी मौजूद हैं।
65 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण
नगर विकास मंत्री शुक्रवार को 65 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। नगर निगम में आयोजित कार्यक्रम में पीएम आवास योजना और आश्रय योजना के दर्जनभर लाभार्थियों को चाभी दी गई। स्वयं सहायता समूह की 25 महिलाओं को चेक वितरित वितरण किए गए। नगर विकास मंत्री ने स्मारिका का विमोचन भी किया।
- साढ़े नौ करोड़ रुपये से नरायच में कान्हा उपवन का निर्माण हुआ है। एक हजार बेसहारा पशुओं को रखा जा सकता है।
- 25 करोड़ रुपये से कुबेरपुर स्थित खत्ताघर में छह लाख मीटिक टन कूड़े की कैपिंग कराई जा रही है। यह कार्य डेढ़ साल में पूरा होगा।
- वीटेक वबाग कंपनी को सीवर लाइन की सफाई का जिम्मा मिला है। कंपनी ने छत्ता और लोहामंडी जोन में काम शुरू कर दिया है। कंपनी का टोल फ्री नंबर और कार्यालय का लोकार्पण।
- पीपीपी मॉॅडल से बने 300 मी. टन खाद प्लांट की शुरुआत होगी। यह प्लांट कुबेरपुर में लगाया गया है।
- छह करोड़ रुपये से स्मार्ट टॉयलेट्स, नगर निगम इंटर कॉलेज ताजगंज में स्मार्ट क्लासेज, माइक्रो स्किल सेंटर का लोकार्पण।
- छह करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास। 14वें वित्त आयोग में सड़कों का निर्माण होगा।
साढ़े पांच घंटे रुकेंगे शहर में
प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन जीवनी मंडी वाटर वर्क्स के बाद शाम चार बजे नगर निगम में विभागीय बैठक करेंगे। साथ ही स्मार्ट सिटी कार्यालय व कमांड सेंटर का निरीक्षण करेंगे।
जरा इस पर ध्यान दीजिए मंत्री जी
हर दिन 250 शिकायतें
नगर निगम और जल संस्थान में हर दिन 250 शिकायतें पहुंचती हैं। सौ शिकायतें सफाई और डेढ़ सौ सीवर संंबंधी होती हैं। हर दिन 65 फीसद शिकायतों का ही निस्तारण हो पाता है।
ताज के आसपास गंदगी के दाग
ताजमहल के दो किमी की सफाई का जिम्मा भारतीय विकास ग्रुप के पास है। हर दिन 90 हजार रुपये का भुगतान किया जा रहा है। मेयर नवीन जैन और मंडलायुक्त अनिल कुमार सफाई व्यवस्था ठीक न होने पर नाराजगी जता चुके हैं।
ठीक से नहीं उठता कूड़ा
सौ वार्डों से हर दिन साढ़े सात सौ मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। एक से दो मीट्रिक टन कूड़े को नालों में फेंक दिया जाता है।
नालों की सफाई में लापरवाही
शहर में 331 नाले हैं। इस साल 60 नालों की सफाई नहीं हुई है। जरा सी बारिश में नाले बैक मारने लगते हैं। लोगों के घरों में पानी भर जाता है।
पटरी से उतरी कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था
नगर निगम प्रशासन सौ वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कर रहा है। वर्तमान में यह व्यवस्था पटरी से उतर गई है। हर दिन 30 हजार घरों से कूड़ा कलेक्शन नहीं किया जा रहा है।
यमुना नदी में गिर रहा गंदा पानी
शहर में दस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) हैं। सात एसटीपी और 28 मुख्य पंपिंग स्टेशन की देखभाल वीटेक वबाग कंपनी को सौंपी गई है। कंपनी द्वारा एसटीपी को रात में बंद कर दिया जाता है। इससे तीन सौ एमएलडी गंदा पानी सीधे यमुना में गिरता है। इसकी हर दिन शिकायतें मिल रही हैं।
कम है हाउस टैक्स की वसूली
शहर में 3.10 लाख भवन स्वामी हैं। इस वित्तीय साल में 60 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा गया था। अब तक 45 हजार भवन स्वामियों ने 26 करोड़ रुपये जमा किया है। टैक्स वसूली की रफ्तार धीमी है।
रोड कटिंग पर नहीं रोक
शहर की विभिन्न रोड पर हर दिन अवैध रोड कटिंग चल रही है। जिसे रोकने में नगर निगम प्रशासन पूरी तरह से फेल है।
गड्ढों में बदली रोड
आवास विकास हो या फिर एमजी रोड-दो। यह गड््ढों में बदल गई हैं। रोड पर आधा फीट से लेकर डेढ़ फीट तक के गड्ढे हैं। रोड का निर्माण नहीं किया जा रहा है।