CAA Protest : पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा बोले- सरकार बातचीत से आंदोलनरत लोगों का भय दूर करे
CAA Protest यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज देश में शांति और कोलाहल का माहौल तो वर्तमान की केंद्र तथा उत्तर प्रदेश सरकार के कदम के कारण है।
लखनऊ, जेएनएन। स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में विदेश तथा वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने अब भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब वह समाजवादी पार्टी के मंच पर हैं। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में समाजवादी पार्टी की गांधी यात्रा के साथ यशवंत सिन्हा सोमवार को लखनऊ में थे। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और भाजपा से पूर्व सांसद शत्रुघन सिन्हा के साथ यशवंत सिन्हा ने मीडिया को संबोधित किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री सिने स्टार शत्रुघन सिन्हा के साथ मीडिया को संबोधित किया। यशवंत सिन्हा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर हुआ आंदोलन और सरकार के रवैये से विश्व भर में देश की छवि खराब हुई है। पहले भारत की छवि एक विकासशील लोकतांत्रिक देश की थी पर अब वो छवि खराब हुई है।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज देश में शांति और कोलाहल का माहौल तो वर्तमान की केंद्र तथा उत्तर प्रदेश सरकार के कदम के कारण है। सीएए और एनआरसी की घोषण के बाद से ही देश में भय का वातावरण पैदा हुआ है। देशभर के कोने-कोने में लोग डरे हुए हैं और आंदोलनरत हैं। इसमें सरकार की जिम्मेदारी है कि वह डरे हुए, आंदोलनरत लोगों से बातचीत कर उनके भय को दूर करे और देश में शांति स्थापित करे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने बताया कि गांधी शांति यात्रा बीते दिन की शाम लखनऊ पहुंची है। नौ जनवरी को गेटवे ऑफ इंडिया से शुरू हुई इस यात्रा का समापन 30 जनवरी को होगा। गांधी जी सत्य और अहिंसा का संदेश लेकर इस यात्रा में हम चल रहे हैं। इस यात्रा के दौरान हम महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान में रहे, दो दिन पहले उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा और पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के नेतृत्व में गांधी यात्रा मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से शुरू की गई थी। समाजवादी पार्टी का भी इस यात्रा को भरपूर सहयोग है। समाजवादी पार्टी के कार्यालय में गांधी यात्रा सोमवार को पहुंची। यात्रा के साथ पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने भाजपा सरकार को नागरिकता संशोधन कानून पर घेरा। उन्होंने भाजपा को दमनकारी बताने के साथ ही सरकार को सलाह भी दी। यशवंत सिन्हा ने कहा कि सरकार ने कुछ ऐसे कदम उठाए है, जिससे कि देश में कोलाहल और अशांति है। तीन संगठनों के लोग मिलकर यात्रा निकाल रहे हैं। हम सत्य और अहिंसा का संदेश लेकर यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में महिलाएं शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहीं हैं तो पुलिस उनकी रजाई और कंबल छीन रही है। क्या यह आतंकियों की तरह बर्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं तो इस कानून के बारे में बस तीन बातें कहूंगा। यह तो संविधान के ढांचे के खिलाफ है। इस कानून की आवश्यकता नहीं थी। पहले के कानून में ही सरकार जिसे चाहे नागरिकता दे सकती है। इसमें जिस भाषा का प्रयोग किया है, उसके अनुसार इस कानून का इलीमेंटेशन नहीं हो सकता है।
सिन्हा ने कहा कि एनआरसी को लेकर देश मे लोग डरे हुए हैं और आंदोलनरत हैं। ऐसे मे सरकार को चाहिए था कि लोगों से बात करें और उन्हें बताएं, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है। नरेंद्र मोदी सरकार तो दमनकारी है। इस मामले में उत्तर प्रदेश में सबसे खराब स्थिति है। इसके साथ ही देश में जहां-जहां भाजपा की सरकार है, वहां हालात ऐसे ही है। जनता को दबाया जा रहा है। यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। उसकी चिंता सरकार को नहीं है। सरकार इसके बजाए सीएए और एनआरसी के माध्यम से जनता का ध्यान भटकाने का काम कर रही है। यशवंत सिन्हा ने कहा कि लखनऊ में ही देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बोला कि हम एनआरसी से एक इंच पीछे नहीं हटेंगे। इतने बड़े ओहदे वाले मंत्री को इस तरह का भाषा का प्रयोग करना शोभा नहीं देता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जिस तरह के बयान दे रहे हैं, वो कैसी भाषा है। यहां का माहौल बेहद अशांत है। इसी कारण हमने शांति यात्रा शुरू की है।
यशवंत सिन्हा ने कहा हम नागरिकता संशोधन कानून देश के संविधान के खिलाफ ही नहीं देश के मौलिक ढ़ाचे के खिलाफ है। इस कानून की आवश्यकता ही नहीं थी क्योंकि सरकार के पास पहले से ही अधिकार है कि वो तो जिसे भी चाहे नागरिकता दे। यह तो तह है कि इसको देश अर्थव्यवस्था की स्थिति से जनता का ध्यान हटाने के लिए लाया गया है। इस कानून के नियम ही नहीं बने हैं। इसी कारण इसे लागू नहीं किया जा सकता है। यशवंत सिन्हा ने कहा कि यात्रा खत्म हो जाने के बाद दिल्ली में विचार करेंगे कि आगे क्या करना चाहिए। यह यात्रा 30 जनवरी को दिल्ली के राजघाट पर पहुंचेगी। इस दौरान शत्रुघ्न सिन्हा के साथ दिल्ली से आए जॉर्ज मैथ्यू भी मौजूद रहे।
भाजपा की नीतियों के कारण देश दिवालियापन की कगार पर
यशवंत सिन्हा ने कहा कि भाजपा सरकार ने देश को दिवालियापन के कगार पर पहुंचा दिया है। सरकार देश की आर्थिक स्थिति, किसानों की समस्या और युवाओं की बेरोजगारी से चिंतित नहीं है।