भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा, दंगाइयों के मुकदमे वापस लेना समाजवादी पार्टी का मूल चरित्र
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी में सीएए के विरोध में हुई हिंसा के आरोपितों के मुकदमे वापस लेने की बात कही तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने पलटवार किया।
लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में हुए प्रदर्शन, हिंसा और कार्रवाई पर राजनीतिक घमासान मचा है। समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोपितों के मुकदमे वापस लेने की बात कही तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं है। दंगाइयों के मुकदमे वापस लेना सपा का मूल चरित्र है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब अखिलेश यादव आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास कर सकते हैं, जिन्होंने कचहरी में बम विस्फोट कर निर्दोषों की हत्याएं की थीं, जिन्हें योगी आदित्यनाथ की सरकार की विशेष पैरोकारी की वजह से अदालत ने उनके कुकर्मों की सजा दी है। जिन दंगाइयों, उपद्रवियों ने देश को जलाया, गोलियां चलाईं, बम चलाए, पत्थर बरसाए, पत्रकारों को पीटा, उनके कैमरे तोड़े, ओबी वैन को जलाकर राख किया, उन उपद्रवियों के मुकदमे वापस लेने की बात अखिलेश कर रहे हैं। यही समाजवादी पार्टी का मूल चरित्र है।
स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि भाजपा देश के नागरिकों के हितों के लिए कोई भी अच्छा काम करेगी तो विपक्षी पार्टियां उसके विरोध में स्वर उठाएंगी। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर पर अखिलेश यादव के बयान पर स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि एनपीआर कोई नई व्यवस्था नहीं, पहले से चली आ रही है। 2011 की जनगणना से गरीबों का एक डाटाबेस तैयार हुआ था। एनपीआर 2021 में होने जा रही जनगणना का आधार बनेगा। यह हर दस साल में अपडेट होती है। इसमें किसी तरह के कागजात और सुबूत नहीं मांगे जाते। जो जनता कहती है, वही सही है। विपक्ष जनता को गुमराह न करे।
कांग्रेस ने किया देश के शहीदों का अपमान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेता उपद्रवियों का समर्थन कर रहे हैं। जिन उपद्रवियों ने पाकिस्तान जिंदाबाद और भारत तेरे टुकड़े होंगे, के नारे लगाए। पुलिस के मना करने पर हिंसा पर उतर आए, फायरिंग की, बम चलाए, पत्थर बरसाए। प्रियंका वाड्रा ऐसे उपद्रवियों और उनके समर्थकों के घर जाकर कौन सा संदेश देना चाह रही हैं। कांग्रेस के नेता मारे गए दंगाइयों को शहीद का दर्जा देकर उन्हें मुआवजा देने की बात करते हैं। यह हमारे देश के शहीदों का घोर अपमान है, जिन्होंने देश के दुश्मनों से लड़ते हुए अपने प्राण न्योछावर किए।