UP Assembly Election 2022 : यूपी में बूथ कमेटियों के जरिये सोशल इंजीनियरिंग सुधारेगी बीएसपी
बसपा प्रमुख मायावती ने मिशन-2022 के संगठन को कसने के लिए फिर उलटफेर किया है। संगठन में सर्वसमाज को प्रतिनिधित्व देने के साथ मुस्लिमों व पिछड़ों को तरजीह दी है। मंडल स्तरीय नई जिम्मेदारियों में अनुसूचित वर्ग के नेताओं के अलावा मुस्लिमों व पिछड़ों पर ही अधिक भरोसा किया है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में भाईचारा कमेटियों के बजाए बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) बूथ कमेटियों के जरिये सोशल इंजीनियरिंग को सुधारेगी। बसपा प्रमुख मायावती ने मिशन-2022 के संगठन को कसने के लिए फिर उलटफेर किया है। संगठन में सर्वसमाज को प्रतिनिधित्व देने के साथ मुस्लिमों व पिछड़ों को तरजीह दी जा रही है। मंडल स्तरीय नई जिम्मेदारियों में अनुसूचित वर्ग के नेताओं के अलावा मुस्लिमों व पिछड़ों पर ही अधिक भरोसा किया है। सदस्यता अभियान में तेजी लाने के निर्देशों के साथ हर बूथ पर कम से कम 11 सक्रिय सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है। सक्रिय सदस्यता 50 रुपये जमा कराने पर मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में आठ सीटों पर उपचुनाव की सरगर्मी आरंभ होते ही बसपा संगठन में अदलाबदली का खेल आरंभ हो गया है। शमसुद्दीन राईनी बसपा में धीरे धीरे नसीमुद्दीन सिद्दीकी की जगह लेते जा रहे हैं। मायावती ने राईनी को उत्तर प्रदेश के पांच प्रमुख मंडलों का प्रभारी बनाने के साथ प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली से लेकर उत्तराखंड का जिम्मा भी सौंपा है।
शमसुद्दीन राईनी के पास सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली के साथ लखनऊ मंडल के सेक्टर दो की जिम्मेदारी है। प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली मीरजापुर, प्रयाग राज, आजमगढ़ व वाराणसी का जिम्मा संभाले हुए है। पूर्व सांसद घनश्याम खरवार को गोरखपुर, बस्ती, अयोध्या व देवीपाटन मंडल सौंपा गया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा के पास कानपुर, चित्रकूट व झांसी मंडल की जिम्मेदारी रहेगी। नौशाद अली व गोरेलाल को अलीगढ़ व आगरा मंडल का काम देखने को कहा गया है।
युवाओं को जोड़ने की प्राथमिकता : भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी की अनुसूचित जाति के युवाओं में बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए मायावती ने संगठन में युवाओं का अधिक से अधिक समायोजन करने के निर्देश दिए है। खासतौर से प्रभारी पदों पर युवा कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने को कहा गया है। उपचुनाव में बसपा ने घाटमपुर सीट से उम्मीदवार घोषित किया है साथ ही अन्य सीटों पर जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश की जिम्मेदारी सेक्टर व मंडल प्रभारियों को सौंपी गयी है।