Rajasthan: अर्थव्यवस्था में गिरावट पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने साधा निशाना
Ashok Gehlot राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था लंबे समय से डूब रही है लेकिन एनडीए सरकार ने स्थिति में सुधार के लिए कोई कदम नहीं उठाए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Ashok Gehlot: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश की अर्थव्यवस्था पर ट्वीट करते हुए लिखा कि केंद्र सरकार गिरती हुई जीडीपी को लेकर कोई कदम नहीं उठा रही है। आजादी के बाद पहली बार देश के इतिहास में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। गहलोत ने कहा कि जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का माइनस 23.9 प्रतिशत तक पहुंचना बताता है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश को बर्बादी की ओर ला दिया है। देश की अर्थव्यवस्था लंबे समय से डूब रही है। लेकिन एनडीए सरकार ने स्थिति में सुधार के लिए कोई कदम नहीं उठाए। गहलोत ने कहा कि यह सबसे अधिक चिंताजनक है कि अर्थव्यस्था के लगभग सभी क्षेत्रों में तेजी से गिरावट आई है।
वहीं, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने चालू वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में जीडीपी में हुई नकारात्मक वृद्धि पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इसके लिए केंद्र सरकार की दोषपूर्ण आर्थिक नीतियों एवं वित्तीय कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया हैं। पायलट ने कहा कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी जीडीपी के आंकड़ों के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की गई है जो कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही चिंताजनक है। माइनिंग सेक्टर में 23.3 प्रतिशत, ट्रेड, ट्रांसपोर्ट, होटल में 47 प्रतिशत, मैन्युफैक्चरिंग में 39.3 प्रतिशत, कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 50.3 प्रतिशत तथा उत्पादन सेक्टर में 20.5 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 वर्षों में जीडीपी की यह सबसे बड़ी गिरावट है। विश्व की प्रमुख देशों की अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारत में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए केंद्र पर आरोप लगाते हैं अशोक गहलोतः सतीश पूनिया
राज्य ब्यूरो के मुताबिक, देश की जीडीपी में गिरावट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्वीट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने टिप्पणी करते हुए कहा गया कि मुख्यमंत्री गहलोत अपनी सरकार की असफलताओं को छुपाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी पर झूठे एवं तथ्यहीन आरोप लगाते हैं, जो उनकी पुरानी आदत है। मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने ट्वीट में कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति सुधारने के लिए कुछ नहीं कर रही है। सभी तरह की चेतावनियों और सुझावों को भी नजरअंदाज किया जा रहा है और लोग परेशान हो रहे हैं।
इसका जवाब देते हुए पूनिया ने कहा कि राज्य सरकार खुद वित्तीय कुप्रबंधन की शिकार है और मुख्यमंत्री गहलोत को प्रदेश चलाना भारी हो रहा है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शानदार वित्तीय प्रबंधन से बड़ी चुनौतियों के बावजूद बुनियादी विकास पर विशेष ध्यान देते हुए देश को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत को केंद्र में कांग्रेस की सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार, अराजकता और आपातकाल याद नहीं रहते, इसलिए उनको यह ध्यान रखना चाहिए कि देश में भ्रष्टाचार को कांग्रेस पार्टी ने जन्म दिया और पाला-पोसा एवं मोदी ने भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए ऐतिहासिक कार्य किए हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम देश के सामने हैं।
पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 20 लाख करोड़ के आत्मनिर्भर भारत आर्थिक पैकेज के ऐतिहासिक निर्णय से देश के गरीब, मध्यम व उद्यमी आत्मनिर्भर बन रहे हैं, जिसमें स्ट्रीट वेण्डर्स, रेहड़ी-ठेले, मछुआरे सहित सभी तबकों को सशक्त बनाने के लिए सुविधाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था बहुत मजबूत है और हमें पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में अर्थव्यवस्था और सुदृढ़ होगी, इस बारे में आइएमएफ ने भी कहा है। पूनिया ने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जो जन घोषणा-पत्र जारी किया था, वो प्रदेश की आम जनता के लिए झूठ का पुलिंदा साबित हो रहा है, जिसमें संपूर्ण किसान कर्जमाफी की बात की थी, आज सरकार को 20 महीने हो गए, लेकिन किसान कर्जमाफी का वादा पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कर्ज से परेशान होकर कई किसानों ने आत्महत्या कर ली, लेकिन कांग्रेस सरकार आंखें मूंदे हाथ पर हाथ धरे बैठी है।