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महाराष्ट्र में मंदिर नहीं खोलने पर राजनीति, देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी ने उद्धव पर साधा निशाना

Amruta Fadnavis महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस की पत्नी अमृता फडनवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधे हुए ट्वीट में लिखा है कि महाराष्ट्र में बार और शराब की दुकान खोलने की छूट है लेकिन मंदिर खतरनाक जोन में हैं?

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 06:17 PM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 06:17 PM (IST)
महाराष्ट्र में मंदिर नहीं खोलने पर राजनीति, देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी ने उद्धव पर साधा निशाना
देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी ने उद्धव पर साधा निशाना।

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में मंदिर नहीं खोलने पर राजनीति गरमाने लगी है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस की पत्नी अमृता फडनवीस ने बुधवार को ट्वीट कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा है। अमृता फडनवीस ने लिखा कि महाराष्ट्र में बार और शराब की दुकान खोलने की छूट है, लेकिन मंदिर खतरनाक जोन में हैं? अमृता फड़नवीस ने अपने ट्वीट मे लिखा कि भरोसा नहीं कर पाने वाले लोगों को सर्टिफिकेट देकर साबित करना होता है, ऐसे लोग स्टैंडर्ड ऑन प्रोसीजर को लागू करवाने में नाकाम रहते हैं। गौरतलब है कि मंगलवार से मंदिर नहीं खोलने को लेकर महाराष्ट्र में कई जगहों पर धरना और प्रदर्शन हो रहे हैं।

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हिंदुत्व और सेक्युलरिज्म पर कोश्यारी और उद्धव में छिड़ी जंग
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच सेक्युलरिज्म (पंथनिरपेक्षता) और हिंदुत्व पर जंग छिड़ गई है। प्रदेश में धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने के मुद्दे पर दोनों ने एक दूसरे को पत्र लिखकर तीखा हमला बोला। 23 मार्च को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद से राज्य में सभी धार्मिक स्थल बंद हैं। कोश्यारी ने सोमवार को लिखे अपने पत्र में उन्हें मिले तीन प्रतिनिधिमंडलों के ज्ञापनों का जिक्र किया था जिनमें धार्मिक स्थलों को फिर खोलने की मांग की गई थी। जवाब में उद्धव ने मंगलवार को लिखा, संयोग है कि राज्यपाल ने जिन तीन पत्रों का जिक्र किया है, वे भाजपा पदाधिकारियों और समर्थकों के थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार इन स्थानों को फिर खोलने के उनके अनुरोध पर विचार करेगी, लेकिन इस पर फैसला कोरोना महामारी के हालात पर सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद ही लिया जाएगा।

संजय राउत बोले, राज्यपाल को राज्य सरकार के कामकाज में दखल नहीं देना चाहिए

शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने कहा कि राज्यपाल को राज्य सरकार के कामकाज में दखल नहीं देना चाहिए, क्योंकि यह लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार है। उन्हें सिर्फ इस बात की चिंता होनी चाहिए कि सरकार संवैधानिक मानकों के मुताबिक काम कर रही है अथवा नहीं। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच यह 'पत्र युद्ध' ऐसे समय हो रहा है, जब भाजपा मंदिरों को फिर से खोलने की मांग के समर्थन में राज्यभर में प्रदर्शन कर रही है।

कंगना का दावा, गुंडे चला रहे महाराष्ट्र सरकार

अभिनेत्री कंगना रनोट ने महाराष्ट्र सरकार पर फिर निशाना साधते हुए मंगलवार को ट्वीट किया, जानकार अच्छा लगा कि माननीय राज्यपाल महोदय गुंडा सरकार से सवाल कर रहे हैं। गुंडों ने बार और रेस्तरां खोल दिए हैं, लेकिन रणनीतिक रूप से मंदिरों को बंद रख रहे हैं। सोनिया सेना बाबर सेना से भी बदतर व्यवहार कर रही है।

शरद पवार ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहा- राज्यपाल के पत्र की भाषा से हैरान

महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार की घटक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्यपाल भगत सिंह के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र की भाषा पर हैरानी जताई है। मोदी को लिखे पत्र में राज्यसभा सदस्य पवार ने कहा कि राज्यपाल के उच्च संवैधानिक कार्यालय द्वारा आचरण मानकों के क्षरण से उन्हें काफी पीड़ा हुई है। 


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