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योग के लिए हरियाणा आए अमित शाह, लेकिन कर गए विपक्ष को शीर्षासन कराने की तैयारी

केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस पर हरियाणा आए थे। वह यहां आए तो योग के लिए आए थे लेकिन वह विपक्ष को शीर्षासन कराने की तैयारी कर गए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 21 Jun 2019 05:31 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jun 2019 08:31 AM (IST)
योग के लिए हरियाणा आए अमित शाह, लेकिन कर गए विपक्ष को शीर्षासन कराने की तैयारी
योग के लिए हरियाणा आए अमित शाह, लेकिन कर गए विपक्ष को शीर्षासन कराने की तैयारी

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को हरियाणा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग करने पहुंचे, लेकिन वह राज्‍य में विपक्ष को शीर्षासन कराने की तैयारी कर गए। अमित शाह अक्टूबर में होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत का खाका तैयार कर गए। पूर्व मुख्मयंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक में योग के बाद ब्रेकफास्ट पर अमित शाह ने मिशन-75 की कामयाबी करने का फार्मूला तैयार किया। भाजपा अध्यक्ष का पद छोड़ने तथा केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में शाह का यह पहला हरियाणा दौरा था। इस दौरे में शाह पार्टी को पूरी शिद्दत के साथ विधानसभा चुनाव में उतरने का मूल मंत्र थमा गए।

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ब्रेकफास्ट की टेबल पर बना मिशन-75 की कामयबी का शाही फार्मूला

हरियाणा की सभी दस लोकसभा सीटें जीतने के बाद भाजपा ने विधानसभा चुनाव में भले ही कम से कम 75 सीेंट जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लेकिन पार्टी की राह इतनी आसान नहीं है, जितनी बताई जा रही है। दरअसल लोकसभा चुनाव के मुद्दे अलग होते हैं और विधानसभा चुनाव के मुद्दे अलग। कांग्रेस ने 2009 के लोकसभा चुनाव में नौ सीटों पर जीत हासिल की थी और विधानसभा की पांच दर्जन से अधिक सीटों पर बढ़त बनाई थी, लेकिन विधानसभा चुनाव में भाजपा 40 सीटों पर खिसक गई थी।

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अमित शाह ने की मुख्यमंत्री मनोहर लाल, अनिल जैन, सुभाष बराला और अनिल विज के साथ चर्चा

कांग्रेस और भाजपा के रणनीतिकार इस समीकरण को बिल्कुल भी नजर अंदाज नहीं कर रहे। कांग्रेस की दलील है कि यही स्थिति अब 2019 के चुनाव की होगी। भाजपा ने भले ही दस लोकसभा सीटें जीती, लेकिन 75 विधानसभा सीटों पर जीत उतनी आसान नहीं है, जितना दावा किया जा रहा है। भाजपा के रणनीतिकारों को भी यह आंकड़ा समझ में आता है। लिहाजा पार्टी अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को किसी भी सूरत में हलके ढंग से नहीं लेना चाह रही है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूत बनकर अमित शाह लगातार हरियाणा पर निगाह जमा हुए हैं।

लोकसभा और विधानसभा चुनाव के नतीजे अलग-अलग होने की बात समझा गए अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को रोहतक में योग करने के बाद महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के फैकल्टी हाउस में करीब एक घंटे तक मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा प्रभारी डा. अनिल जैन, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ मंत्रणा दी।

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योग प्रक्रिया के दौरान हालांकि सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर और सांसद डा. अरविंद शर्मा भी ने अनुलोम-विलोम किए, लेकिन थोड़ी देर के लिए यह दोनों दिग्गज शाह की मंत्रणा से अलग रहे। फैकल्टी हाउस में नाश्ते पर प्रदेश के तमाम राजनीतिक मसलों, विपक्षी दलों के बीच गठबंधन की संभावनाओं और अकाली दल-भाजपा के रिश्तों पर भी चर्चा होने की खबर है।



भाजपा का फोकस एरिया रोहतक, सोनीपत, हिसार और सिरसा

हरियाणा में अकाली दल विधानसभा चुनाव में कम से कम 30 सीटें मांग रहा है। भाजपा इतनी सीटें अकाली दल को देने के मूड में नहीं है। अमित शाह ने फिलहाल इस मुद्दे पर किसी तरह का रिएक्शन देने से मना किया है, लेकिन माना जा रहा है कि अकाली दल को हरियाणा में उसके हाल पर छोड़ने का संकेत शाह ने भाजपा नेताओं को दे दिया है। भाजपा भले ही राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीत गई, लेकिन उसका फोकस एरिया अब भी रोहतक, सोनीपत, हिसार और सिरसा जिले हैं, जहां तीन दर्जन विधानसभा सीटें आती हैं। इस पूरे इलाको को हुड्डा और चौटाला के गढ़ के रूप में जाना जाता है।

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दक्षिण में राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर संभालेंगे मोर्चा

भाजपा किसी सूरत में नहीं चाहती कि विधानसभा चुनाव में हुड्डा और चौटाला के गढ़ को सेंधमारी से अछूता रखा जाए। एनसीआर खासकर दक्षिण हरियाणा में केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर पार्टी के तारणहार होंगे। उत्तर हरियाणा में मुख्मयंत्री मनोहर लाल के नाम का सिक्का चलेगा, जबकि मध्य हरियाणा में पार्टी की पूरी कोर टीम को जोर लगाना होगा। इसी का मंत्र शाह ने रोहतक में दिया है। शाह के गुरुमंत्र के बाद मुख्मयंत्री मनोहर लाल ने भी करीब आधा घंटे तक पार्टी के कुछ नेताओं के साथ चर्चा की तथा फिर विस्तारकों की बैठक लेने चले गए।

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शाह की तैयार पिच पर धुंधाधार बैटिंग को तैयार मोदी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हरियाणा दौरे के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य का दौरा करेंगे। अमित शाह ने भाजपा के लिए राज्य में जो माहौल तैयार किया है, उस पर अब मोदी चुनावी फसल बोने का काम करेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री मोदी से दो या कम से कम एक दिन के हरियाणा प्रवास का आग्रह किया है। इसके लिए प्रोग्राम बनाकर भेजा जा रहा है। मोदी भी अपने हरियाणा दौरे के दौरान राज्य के पार्टी नेताओं को चुनाव के लिए गुरुमंत्र देकर जाएंगे।

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