राजस्थान कांग्रेस में फिर बगावत: विधायक ने कहा- दलितों की सुनवाई नहीं, ब्राह्मण मंत्री नहीं करते काम, राहुल गांधी से मांगा जवाब
राजस्थान कांग्रेस में फिर बगावत- विधायक ने कहा- दलितों की सुनवाई नहीं ब्राह्मण मंत्री नहीं करते काम राहुल गांधी से मांगा जवाब। गहलोत की माली जाति ने कांग्रेस को वोट नहीं दियेपायलट के कारण गुर्जरों ने वोट दिया
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा । राजस्थान कांग्रेस में फिर बगावत के सुर उठने लगे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बाबूलाल बैरवा ने आरोप लगाया है कि सरकार में न तो दलित विधायकों की बात सुनी जाती है और न ही कर्मचारियों की कोई सुनवाई होती है। बैरवा ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार में दलितों के काम नहीं होते। सरकार में जो ब्राह्मण मंत्री बैठे हुए हैं वे दलितों के काम नहीं करते हैं।
उन्होंने यहां तक कह दिया कि सीएम गहलोत की जाति के माली मतदाताओं ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट नहीं दिये थे। सचिन पायलट की जाति गुर्जरों ने कांग्रेस को वोट दिये थे,पायलट ने मुझे भी वोट दिलवाये थे इसलिए मैं उनका सम्मान करता हूं। बैरवा ने कहा कि चार माह पहले जब पायलट ने बगावत की तो हम सरकार बचाने के लिए गहलोत के साथ होटल में रहे। मुझे पायलट ने गुर्जरों के वोट दिलवाये, लेकिन फिर भी मैं गहलोत के साथ रहा। मैं कांग्रेस की सरकार नहीं गिराना चाहता था, इसलिए मजबूरी में पायलट के साथ नहीं गया और गहलोत के साथ रहा।
उन्होंने कहा कि पायलट का मुझ पर बड़ा अहसान है मैं गुर्जरों के वोटों से जीता हूं,मालियों ने तो वोट ही नहीं दिये। चौथी बार विधायक बने बैरवा ने कहा कि मैने 6 बार चुनाव जीत चुके वरिष्ठ विधायक परसराम मोरदिया सहित अन्य दलित विधायकों से बात की तो सभी ने कहा सरकार में हमारे काम नहीं हो रहे हैं। बैरवा ने कहा है कि जब भी मैं दलितों के काम के लिए कोई कागज देता हूं वह काम नहीं होता है। अभी स्वास्थ्य विभाग में ही 4 ट्रांसफर दिए थे, जिसमें से एक ब्राह्मण थे और 3 दलित थे। ब्राह्मण का नाम देखकर उसका ट्रांसफर कर दिया गया, जबकि तीनों दलितों का ट्रांसफर नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि भाजपा दलितों और अल्पसंख्यकों को इंसान नहीं समझती है मगर यहां भी कांग्रेस सरकार में यही हाल है तो क्या कहेंगे।
मंत्रियों पर उठाये सवाल
बैरवा ने इस संबंध में राहुल गांधी को पत्र लिखा है। एक बातचीत में चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा व उर्जा मंत्री डॉ.बी.डी.कल्ला पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि ये दोनों दलित विधायकों व दलित कर्मचारियों के काम नहीं करते हैं । उन्होंने कहा कि मैं 46 साल से राजनीति में हूं,स्व.इंदिरा गांधी के साथ जेल गया । लेकिन सरकार में हमें प्राथमिकता नहीं मिलती और दूसरी बार विधायक बने रघु शर्मा को कैबिनेट मंत्री बना दिया गया ।
विधायक का अपनी सरकार पर सवाल उठाना प्रदेश में पार्टी की अंतर्कलह को एक बार उजागर कर रही है। करीब चार माह पूर्व सचिन पायलट खेमे की बगावत कांग्रेस आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद थम गई थी,लेकिन अब एक बार फिर विवाद बढ़ सकता है ।
हाल ही में सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर के खिलाफ केस किया गया था, जिसके बाद फिर से गहलोत और पायलट के बीच तनातनी के तौर पर देखा गया था। जानकारी के अनुसार बैरवा ने पिछले कुछ दिनों में पार्टी के दलित विधायकों से चर्चा कर दिल्ली जाकर आलाकमान के समक्ष अपनी बात रखने के लिए कहा है । उन्होंने मीडियाकर्मियों से अलग-अलग बात की ।