Rajasthan Political Crisis: राजस्थान के सियासी संकट ने कांग्रेस के बाद अब भाजपा में भी मचाया बवाल
Rajasthan Political Crisis राजस्थान से गुजरात आए भाजपा विधायक बिना बताए अन्य शहरों में चले गये सागर दर्शन में इन विधायकों के लिए 9 कमरे बुक थे।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। राजस्थान से गुजरात आए भाजपा विधायक सोमनाथ दर्शन के बाद अचानक कहीं चले गये। दो दिन पहले हवाई मार्ग से जयपुर से पोरबंदर पहुंचने के बाद इन सभी विधायकों को गीर सोमनाथ के सागर दर्शन होटल ले जाया गया था लेकिन वहां से वे सभी बिना बताए अन्य शहरों में चले गये, सोमवार सुबह इनसे संपर्क करने पर उनके जूनागढ व अन्य शहरों में होने की खबर है।
राजस्थान के सियासी संकट ने कांग्रेस के बाद अब भाजपा में भी बवाल मचा दिया है, केंद्रीय आलाकमान व प्रदेश आलाकमान के इतर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे खेमे को लेकर पार्टी असहज है जिसके चलते उनके समर्थक एक दर्जन विधायकों सहित 20 विधायकों को गुजरात के विविध स्थलों पर रवाना किया गया। शुक्रवार शाम को ही इन विधायकों को तैयार रहने को कहा गया बाद में देर रात उनको एक दर्जन विधायकों को अहमदाबाद के साणंद के एक क्लब में भेजा गया। इसके अलावा छह छह विधायकों को दो समूह गीर सोमनाथ के लिए रवाना किया गया लेकिन रविवार सुबह अचानक वे सभी अलग-अलग होटलों में चले गये। सागर दर्शन में इन विधायकों के लिए 9 कमरे बुक किये गये थे। छह विधायक पहले ही गीर सोमनाथ पहुंचकर मंदिर के दर्शन कर चुके थे उसके बाद पहुंचा छह विधायकों का दूसरा गुट भी सोमनाथ दर्शन के लिए पहुंचा। कुछ विधायक जूनागढ में ठहरे हैं तथा कुछ विधायक जयपुर के लिए रवाना होने की तैयारी कर रहे हैं। विधायकों का एक गुट सोमवार को एक बार फिर सोमनाथ मंदिर दर्शन करने जाएगा तथा संभवत: मंगलवार को हवाईमार्ग से जयपुर के लिए रवाना होंगे। गुजरात में राजस्थान भाजपा के करीब बीस विधायक मौजूद हैं इनका सही आंकडा पता नहीं चल पा रहा है लेकिन राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इतने ही विधायकों को गुजरात भेजने की बात कही थी।
पहले जत्थे में अहमदाबाद के साणंद पहुंचने वाले एक दर्जन विधायकों की सूची में रानीवाड़ा से भाजपा विधायक नारायणसिंह देवल का नाम भी शामिल है लेकिन सोमवार सुबह उनसे फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र में हैं, उनके गुजरात जाने की बात गलत है। हालांकि मावली विधायक धर्मनारायण जोशी ने स्पष्ट किया कि वे जूनागढ में हैं और कुछ ओर साथी विधायक वहां मौजूद हैं लेकिन कौन विधायक कहां ठहरे हैं इसकी जानकारी विधायकों को भी नहीं है। एक ओर विधायक समाराम गरासिया साथी विधायकों के साथ सडक मार्ग से पहले अहमदाबाद के साणंद पहुंचे फिर यहां से इनको सौराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में भेज दिया गया।
गुजरात आने वाले सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी का मोबाइल लगातार बंद आ रहा है। लाहोटी को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है। हालांकि अध्यक्ष सतीष पूनिया के साथ वे छात्र राजनीतिक का एक लंबा वक्त भी बिता चुके हैं। गुजरात आए न विधायकों को नेता विपक्ष गुलाबचंद कटारिया का 11 अगस्त को विधायक दल की बैठक का फरमान मिल चुका है अब वे यहां से रवाना होने की तैयारी में हैं।