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जैश की आतंकी हमले की साजिश के बाद, JK में संवेदनशील जगहों व एयरपोर्ट की बढ़ाई गई सुरक्षा, अलर्ट जारी

खुफिया एजेंसियों ने जैश की साजिश को नाकाम बनाने के लिए अलर्ट जारी कर रखा है। अगला एक सप्ताह आतंकी हमलों की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील बताया जा रहा है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 08:30 AM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 10:01 AM (IST)
जैश की आतंकी हमले की साजिश के बाद, JK में संवेदनशील जगहों व एयरपोर्ट की बढ़ाई गई सुरक्षा, अलर्ट जारी
जैश की आतंकी हमले की साजिश के बाद, JK में संवेदनशील जगहों व एयरपोर्ट की बढ़ाई गई सुरक्षा, अलर्ट जारी

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किसी बड़े आत्मघाती हमले की रची गई साजिश को नाकाम बनाने के लिए अवंतीपोरा, श्रीनगर और जम्मू एयरपोर्ट के अलावा अन्य प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। जम्मू प्रांत में अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे हीरानगर, सांबा और आरएसपुरा सेक्टर के अलावा अखनूर सेक्टर और उत्तरी कश्मीर के गुरेज व करनाह में घुसपैठ की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में विशेष नाके स्थापित किए गए हैं। राज्य में सक्रिय जैश के आतंकियों को पकड़ने के लिए उनके ठिकानों पर सुरक्षाबलों द्वारा लगातार दबिश दी जा रही है।

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अगला एक सप्ताह आतंकी हमलों की दृष्टि से संवेदनशील :

खुफिया एजेंसियों ने जैश की साजिश को नाकाम बनाने के लिए अलर्ट जारी कर रखा है। अगला एक सप्ताह आतंकी हमलों की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि राज्य में पहले से सक्रिय जैश के करीब 70 आतंकियों के अलावा उसके 10 नए आत्मघाती आतंकियों ने इन हमलों को अंजाम देने के लिए चंद दिन पहले ही घुसपैठ की है। सुरक्षाबलों द्वारा जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की बनाई गई सूची में जैश के 56 आतंकी हैं। इनमें से अधिकांश दक्षिण कश्मीर में ही सक्रिय हैं।

देश के अन्य भागों में भी हमले का खतरा :

पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर के पुनगर्ठन के केंद्र सरकार के फैसले से जम्मू कश्मीर में अपने जिहादी मंसूबे नाकाम होने से हताश जैश ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की मदद से न सिर्फ जम्मू कश्मीर में बल्कि देश के अन्य भागों में भी बड़े पैमाने पर आतंकी हमलों की साजिश रची है। जैश के निशाने पर श्रीनगर, जम्मू, अवंतीपोर, पठानकोट के एयरबेस के अलावा जम्मू में स्थित कुछ सैन्य प्रतिष्ठान, श्रीनगर में स्थित दो बड़े सुरक्षा शिविर और राज्य व केंद्र सरकार के दो प्रतिष्ठान बताए जाते हैं। जैश द्वारा रची जा रही साजिश के बारे में करीब 10 दिन पहले लखनपुर में पकड़े गए जैश के तीन कश्मीरी आतंकियों ने भी कुछ अहम सुराग दिए हैं।

ड्रोन की मदद से चलाए जा रहे तलाशी अभियान :

राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि खुफिया तंत्र द्वारा जैश की साजिशों के संदर्भ में जारी अलर्ट के आधार पर श्रीनगर और अवंतीपोरा के अलावा जम्मू एयरपोर्ट की सुरक्षा की नए सिरे से समीक्षा कर उसे और बेहतर बनाया गया है। सिक्योरिटी ड्रिल में बदली परिस्थितियों के अनुरूप बदलाव लाया गया है। एयरपोर्ट के भीतर और बाहर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षाबलों के क्विक एक्शन टीम (क्यूएटी) दस्ते तैनात किए गए हैं। इसके अलावा अवंतीपोरा स्थित एयरफोर्स स्टेशन और एयरपोर्ट के साथ सटे बागों, खेतों व आवासीय बस्तियों में तलाशी अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इन अभियानों में ड्रोन की मदद भी ली जा रही है। इसके अलावा श्रीनगर, त्राल, पांपोर, अवंतीपोर और बारामुला में जैश के आतंकियों के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है।

हाईवे पर वाहनों की ली जा रही तलाशी :

पुलिस अधिकारी ने बताया कि लखनपुर-जम्मू-श्रीनगर और जम्मू-अखनूर-राजौरी हाईवे पर गुजरने वाले वाहनों विशेषकर ट्रकों की तलाशी भी ली जा रही है। हाईवे को अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी के साथ सटे इलाकों के साथ जोड़ने वाले रास्तों में विशेष निगरानी की जा रही है। स्थानीय लोगों को अपने इलाके में किसी भी संदिग्ध या बाहरी व्यक्ति के देखे जाने पर निकटवर्ती पुलिस चौकी या सुरक्षा शिविर को सूचित करने के लिए कहा गया है। बीएसएफ ने भी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी गश्त को बढ़ाया है।


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