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Rajasthan Politics: सीएम गहलोत और पायलट खेमों के दावों के अनुसार नहीं है दोनों के पास ही विधायक

दावों में उलझता राजस्थान का सियासी संग्राम सीएम गहलोत और पायलट खेमों के दावों के अनुसार नहीं है दोनों के पास ही विधायक

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 02:19 PM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 02:20 PM (IST)
Rajasthan Politics: सीएम गहलोत और पायलट खेमों के दावों के अनुसार नहीं है दोनों के पास ही विधायक
Rajasthan Politics: सीएम गहलोत और पायलट खेमों के दावों के अनुसार नहीं है दोनों के पास ही विधायक

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में कांग्रेस का सियासी संकट लगातार बढ़ता ही जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की लड़ाई को कम करने के लिए पार्टी के कुछ नेता सक्रिय तो हुए, लेकिन फिलहाल उन्हें सफलता नहीं मिली। अब सबकी निगाह 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र पर है।

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विधानसभा सत्र में गहलोत सरकार फ्लोर टेस्ट कराएगी। अब तक तो गहलोत और पायलट खुद के पास विधायक होने के अलग-अलग दावे कर रहे हैं। लेकिन जितने विधायक ये नेता अपने पास बता रहे हैं उतनी संख्या दोनों के पास ही नहीं है। विधायक कहीं दूसरे कैंप में नहीं चले जाए इसको ध्यान में रखते हुए दोनों खेमों ने बाड़ेबंदी कर रखी है। पायलट समर्थक विधायक पिछले एक माह से मानेसर व दिल्ली की होटलों में रह रहे हैं, वहीं गहलोत खेमे के विधायक पहले 19 दिन तक जयपुर के फेयरमाउंट होटल में रहे और 8 दिन से जैसलमेर के सूर्यगढ़ पैलेस होटल में रूके हुए हैं।

दोनों के दावों पर लग रहे सवालिया निशान

सीएम गहलोत के खिलाफ विद्रोह कर समर्थक विधायकों के साथ मानेसर पहुंचे सचिन पायलट ने सबसे पहले 13 जुलाई को खुद के पास 30 विधायक होने का दावा किया था। पायलट खेमा दो दिन तक 30 विधायक होने की बात कहता रहा लेकिन बाद में सामने आया कि उनके पास कांग्रेस के 19 व 3 निर्दलीय विधायक है। इस तरह उनके पास कुल 22 विधायक है।

सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी की सिफारिश पर सभी 19 बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की याचिका पर विधानसभा स्पीकर ने उन्हे नोटिस दे रखा है। नोटिस का मामला हाईकोर्ट होता हुआ सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। पायलट खेमे के वरिष्ठ विधायक ने एक वीडियो जारी कर कहा कि गहलोत खेमे के 13 विधायक हमारे संपर्क में है। हालांकि पायलट खेमा दावे के अनुसार अपने समर्थकों की सूची अब तक सार्वजनिक नहीं कर सका है।

उधर पायलट के विद्रोह के बाद 13 जुलाई को गहलोत खेमे के विधायकों की बाड़ेबंदी की गई। सीएम गहलोत खेमे ने 15 जुलाई को अपने पास 109 विधायक होने की बात कही। गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने पहुंचे तो उन्हे 102 विधायकों की सूची सौंपी। इस सूची में भारतीय ट्राइबल पार्टी व माकपा के 2-2 विधायकों को शामिल किया गया। लेकिन माकपा के एक विधायक ने तटस्थ रहने की बात कही।

गहलोत विधायकों को लेकर राजभवन पहुंचे तो वहां 98 की संख्या ही सामने आई। जयपुर से जैसलमेर गहलोत खेमे के 91 विधायक ही पहुंचे। गहलोत खेमे द्वारा शेष 7 से 8 मंत्रियों व विधायकों के जयपुर में रहने की बात कही गई। हालांकि अधिकारिक रूप से यह संख्या 5 ही नजर आती है। 27 जुलाई को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने जयपुर में दावा किया कि उनके पास अगले 48 घंटे में पायलट खेमे के 3 विधायक पहुंच जाएंगे। लेकिन सुरजेवाला के दावे के अनुसार अब तक कोई विधायक उनके पास नहीं पहुंचा।

जानकार सूत्रों का कहना है कि गहलोत खेमे के पास 98-99 विधायक ही है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भंवरलाल को दोनों ही खेमे अपने-अपने साथ मानकर चल रहे हैं लेकिन वे गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती है और उनके फ्लोर टेस्ट में आने की कोई संभावना नहीं है। गहलोत के साथ भारतीय ट्राइबल पार्टी के दोनों विधायक हैं। उल्लेखनीय है कि 200 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 101 विधायकों का होना आवश्यक है। भाजपा और उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 75 विधायक है। 13 निर्दलीय में से 10 गहलोत व 3 पायलट के साथ हैं। 


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