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Accident in Auraiya: BSP मुखिया मायावती की अपील घायल प्रवासियों को घर भेजने में दिखाएं संवेदनशीलता

Accident in Auraiyaऔरेया में दो दिन से जो हो रहा है उससे तो साबित होता है कि सरकारी मशीनरी सीएम योगी आदित्यनाथ के के निर्देशों का ध्यान ही नहीं रख रही है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 12:57 PM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 02:36 PM (IST)
Accident in Auraiya: BSP मुखिया मायावती की अपील घायल प्रवासियों को घर भेजने में दिखाएं संवेदनशीलता
Accident in Auraiya: BSP मुखिया मायावती की अपील घायल प्रवासियों को घर भेजने में दिखाएं संवेदनशीलता

लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश के औरैया में ट्राला तथा डीसीएम ट्रक की भिड़त में 26 प्रवासी कामगारों की मौत के मामले में  बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार से संवेदनशील होने की अपील की है। बसपा मुखिया ने कहा है कि औरैया की दुर्घटना में घायलों को उनके घर पर भेजने के लिए उचित वाहनों की व्यवस्था करें, न कि शवों के साथ घायलों को भी उनके घर भेजें।

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मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कम से कम इस मामले में तो अमानवीय न हो। औरेया में दो दिन से जो हो रहा है उससे तो साबित होता है कि सरकारी मशीनरी सीएम योगी आदित्यनाथ के के निर्देशों का ध्यान ही नहीं रख रही है।

मायावती ने ट्वीट कर इस घटना को अमानवीय बताया। उन्होंने लिखा कि औरैया, यूपी की भीषण दुर्घटना में मारे गए मजदूरों और घायलों को इकट्ठा ट्रक में भरकर उनके घर भेजने की हृदयहीनता पर उभरा जन आक्रोश उचित ही है। इससे साबित होता है कि सीएम के निर्देशों को गंभीरता और संवेदनशीलता से नहीं लिया जा रहा है। अति-दु:खद। दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने आगे लिखा कि इतना ही नहीं बल्कि देश में अभी भी हर जगह लाखों गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों की बर्बादी, बदहाली और भूख-प्यास के दृश्य मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। खासकर ऐसे महाविपदा के समय में इन लोगों पर पुलिस और प्रशासन की बर्बरता को रोकना केन्द्र-राज्य सरकारों के लिए बहुत जरूरी है।

मायावती ने आगे लिखा कि सरकारों से अपील है कि वे अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी के साथ-साथ मानवता और इंसानियत के नाते भी घर वापसी कर रहे गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने हेतु सरकारी शक्ति और संसाधन का पूरा इस्तेमाल करें, क्योंकि देश इनके ही बल पर 'आत्मनिर्भर' बनेगा।

गौरतलब है कि औरैया सड़क हादसे के शिकार मजदूरों के शवों को ट्रकों में भरकर झारखंड भेजा रहा था। यही नहीं उसी ट्रक पर शवों के साथ घायल मजदूरों को भी बैठा दिया गया था। 17-18 शवों को तीन ट्रकों से झारखंड के बोकारो और पश्चिम बंगाल भेजा गया।  


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