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चीन को झुनझुना थमाएगी दुनिया की सबसे बड़ी खिलौना कंपनी

भारत और वियतनाम को उत्पादन के लिए अगला बड़ा हब बनाने के बारे में सोच रही है हैसब्रो। कहा - ट्रेड वार की बढ़ती चिंता और अनिश्चितता के बीच चीन पर निर्भरता घटाना बेहद जरूरी।

By Nitin AroraEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 09:40 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 09:40 PM (IST)
चीन को झुनझुना थमाएगी दुनिया की सबसे बड़ी खिलौना कंपनी
चीन को झुनझुना थमाएगी दुनिया की सबसे बड़ी खिलौना कंपनी

नई दिल्ली, जेएनएन। अमेरिका और चीन में गहराते ट्रेड वार के बीच वहां से निकलने की कोशिशों में जुटी कंपनियों में एक नया नाम जुड़ गया है। दुनिया की सबसे बड़ी खिलौना कंपनी हैसब्रो इंक चीन को झुनझुना थमाकर वहां से निकल जाने की तैयारी में है। यह दिग्गज अमेरिकी कंपनी भारत और वियतनाम में नए उत्पादन संयंत्रों पर फोकस कर रही है।

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कंपनी के पास फ्रोजन और एवेंजर्स जैसे मशहूर ब्रांड्स का लाइसेंस है। हैसब्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ब्रायन गोल्डनर ने दूसरी तिमाही के नतीजे जाहिर करने के बाद एक कांफ्रेंस कॉल में यह जानकारी दी।

गोल्डनर ने कहा कि चीन में अमेरिकी कंपनियों का उत्पादन अगले वर्ष के अंत तक घटकर 50 फीसद पर आ सकता है। वहां अमेरिकी कंपनियां पहले ही उत्पादन घटाकर दो-तिहाई (66 फीसद) से कम पर ले आई हैं।

उन्होंने कहा, 'हम उत्पादन के लिए दुनियाभर के नए बाजारों की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। इसलिए हम नए बाजारों में प्रवेश कर प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं।'

हालांकि चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वार पर इस महीने के आखिर में नए सिरे से बातचीत होने की संभावना है। लेकिन पिछले कुछ महीनों के दौरान कई कंपनियों ने चीन में उत्पादन पर निर्भरता कम करने की योजना बना ली है।

ट्रेड वार पर कोई नतीजा नहीं निकलता देखते हुए इंटेल कॉर्प जैसी बड़ी कंपनियां चीन में अपने उत्पादन की समीक्षा कर रही हैं। चीन दशकों से दुनियाभर की कंपनियों के लिए उत्पादन का प्रमुख स्रोत रहा है। लेकिन अब यह गणित बदलता दिख रहा है।

हालांकि गोल्डनर ने माना कि चीन में अभी भी कम कीमत में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के निर्माण की क्षमता है। वह किसी न किसी रूप में कंपनी के दुनियाभर के नेटवर्क के लिए प्रमुख बाजार रहने वाला है। लेकिन ट्रेड वार की चिंता के बीच उसे पहले ही कारोबारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।

कंपनी की मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) देबोरा थॉमस ने कहा कि कंपनी के कई रिटेलर दूसरी तिमाही के दौरान प्रमुख उत्पादन स्थानों से सीधे ऑर्डर देने में हिचकिचाते रहे। उन्होंने कहा कि अगर चीन से आयात पर अमेरिका शुल्क और बढ़ाता है, तो चौथी तिमाही में कंपनी पर इसका असर दिख सकता है।


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