Whatsapp: अगर भाजपा ने इजराइल की एजेंसी को जासूसी के लिए लगाया है तो यह गंभीर असर छोड़ेगा
गांधी बोलीं- जासूसी करने के लिए इजराइली एजेंसियों को लगाया है तो यह मानवाधिकार का घोर उल्लंघन और बड़ा स्कैंडल है जिसका राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर असर होगा।
नई दिल्ली, पीटीआइ। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को कहा कि अगर भाजपा या सरकार किसी ने पत्रकारों, वकीलों, कार्यकर्ताओं और राजनेताओं के फोन को जासूसी के लिए इजराइली एजेंसियों को शामिल किया है, तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर संकट के साथ एक 'स्कैंडल' है। प्रियंका गांधी का यह बयान जब सामने आया, जब वॉट्सऐप की तरफ से बताया गया कि इजरायल की दिग्गज सर्विलांस फर्म एनएसओ जासूसी के आरोप में घिर गई है।
वॉट्सऐप का फर्म पर आरोप है कि यह कंपनी चार महाद्वीपों में करीब 1400 यूजरों के मोबाइल फोन हैक करने में सरकारी खुफिया तंत्र की मदद कर रही है। बड़ी बात यह है कि वॉट्सऐप ने बताया था कि इसमें भारत के कई पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की भी जासूसी की गई थी।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'अगर भाजपा या सरकार किसी ने पत्रकारों, वकीलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं के फोन की जासूसी करने के लिए इजराइली एजेंसियों को लगाया है तो यह मानवाधिकार का घोर उल्लंघन और बड़ा स्कैंडल है जिसका राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर असर होगा।'
If the BJP or the government has engaged Israeli agencies to snoop into the phones of journalists, lawyers, activists and politicians, it is a gross violation of human rights and a scandal with grave ramifications on national security. Waiting for the government’s response.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 1, 2019
इसके अलावा उन्होंने ट्वीट में कहा कि उन्होंमे इस मामले में सरकार के जवाब की प्रतीक्षा है।
सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच
कांग्रेस ने गुरुवार को इस मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला किया, आरोप लगाया कि यह जासूसी पकड़ी गई हैं। विपक्षी पार्टी ने लोगों के फोन की अवैध हैकिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जाँच की भी मांग की।
इस विवाद के बीच, सरकार ने फेसबुक के स्वामित्व वाली मैसेजिंग सेवा से लाखों भारतीयों की निजता की सुरक्षा के लिए किए गए उल्लंघन और उसमें किए जाने वाले उपायों के लिए जवाबतलब किया है। आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार भारतीय नागरिकों की निजता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
वॉट्सऐप ने बताया था कि इजराइल की दिग्गज फर्म द्वारा जिन 1400 यूजरों के फोन को हैक किया गया, उनमें राजनयिक, सियासी विरोधी, पत्रकार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हैं। इस मामले को लेकर वॉट्सऐप ने एनएसओ ग्रुप के खिलाफ मंगलवार को अमेरिका में मुकदमा भी दायर कर दिया।
इस तरह होती है जासूसी
वॉट्सऐप ने आरोप लगाया कि यूजर्स के मोबाइल डिवाइस पर मेलवेयर भेजने के लिए हमारे वीडियो कॉलिंग सिस्टम को निशाना बनाया गया। इस मेलवेयर के जरिये एनएसओ की ग्राहक बताई जा रहीं सरकारें और खुफिया एजेंसियां यूजर्स के मोबाइल फोन की जासूसी करती हैं।