दिल्ली आ रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राष्ट्रपति कोविंद और प्रधानमंत्री मोदी से करेंगी मुलाकात
प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2-3 दिन के लिए आज दिल्ली आ रही हैं। यहां वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ( President Ram Nath Kovind) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) व विपक्षी दलोंं के नेताओं से मुलाकात करेंगी।
नई दिल्ली, एएनआइ। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सोमवार को दिल्ली रवाना हुई। आज सुबह उन्होंने कोलकाता एयरपोर्ट से फ्लाइट ली। मुख्यमंत्री 2-3 दिन दिल्ली में रहेंगी। यहां वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ( President Ram Nath Kovind) , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) व विपक्षी दलोंं के नेताओं से मुलाकात करेंगी।
दिल्ली रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने पेगासस जासूसी प्रकरण की जांच के लिए एक जांच कमिशन का गठन किया जो अवैध हैकिंग और मोबाइल फोन की मॉनिटरिंग मामले में जांच करेगी। दो सदस्यों वाले इस कमिशन को सोमवार दोपहर स्पेशल कैबिनेट ने मंजूरी दी। इस मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'कैबिनेट ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एम.बी. लोकुर (M.B. Lokur) और कलकत्ता हाई कोर्ट के रिटायर चीफ जस्टिस ज्योर्तिमय भट्टाचार्य (Jyotirmoy Bhattacharya) वाले कमिशन को मंजूरी दे दी।'
सोमवार शाम को ममता बनर्जी दिल्ली पहुंचेंगी। यहां TMC संसदीय बोर्ड की बैठक में भी वो शामिल होंगी। ऐसा कहा जा रहा है कि इस दौरान वो विपक्षी नेता सोनिया गांधी और शरद पवार से भी मुलाकात कर सकती हैं। उनके दौरे को मिशन 2024 से जोड़कर भी देखा जा रहा है। ममता के इस दौरे पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि 2024 बहुत दूर की बात है, मुलाकातों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी ममता पर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय संसाधनों का दुरुपयोग किया और अब प्रधानमंत्री से मिलना चाहती हैं ताकि हाथ जोड़कर धन की भीख मांग सकें। घोष ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने राज्य के खजाने से पैसे निकाले और अब उसे खाली कर दिया है। उन्होंने कहा कि ममता 2024 के लिए तैयार हो जाएं क्योंकि उन्हें 2019 से भी बड़ा झटका लगने वाला है। इसपर तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि घोष को पहले संघीय व्यवस्था की समझ होनी चाहिए, जिसके तहत राज्य का प्रमुख हमेशा प्रधानमंत्री से मिल सकता है। उन्हें पहले तथ्यों की जांच करनी चाहिए।