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जयराम रमेश की माफी स्‍वीकार कर बोले विवेक डोभाल- जारी रहेगा कारवां पत्रिका के खिलाफ मानहानि का मामला

मैगजीन कारवां के लेख में विवेक डोभाल पर विदेशी फंड से फर्म चलाने का आरोप लगाया गया और इसके बाद जयराम रमेश ने भी उनके खिलाफ ऐसा ही बयान दिया था जिसपर ऐतराज जताते हुए विवेक डोभाल ने मानहानि का मुकदमा दर्ज किया था।

By Monika MinalEdited By: Published: Sat, 19 Dec 2020 12:18 PM (IST)Updated: Sat, 19 Dec 2020 12:18 PM (IST)
जयराम रमेश की माफी स्‍वीकार कर बोले विवेक डोभाल- जारी रहेगा कारवां पत्रिका के खिलाफ मानहानि का मामला
विवेक डोभाल ने जयराम रमेश की माफी पर दी स्‍वीकृति

नई दिल्‍ली, एएनआइ। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे विवेक डोभाल से माफी मांगी थी जिसे स्‍वीकार कर लिया गया है। शनिवार को जयराम रमेश ने दिल्‍ली कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान विवेक डोभाल से माफी मांगी। मामले की सुनवाई एडीशनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्‍ट्रेट सचिन गुप्‍ता कर रहे थे।

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कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 'मैंने विवेक डोभाल के खिलाफ बयान दिया। चुनावों के समय मैंने गुस्से में आकर कई आरोप लगाए। मुझे इसे वेरिफाई करना चाहिए था।'  बता दें कि यह मामला आपराधिक मानहानि का है। विवेक डोभाल ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश और कारवां मैगजीन के खिलाफ बयान और लेख के लिए मानहानि का मुकदमा दायर किया था। विवेक डोभाल ने कहा, 'जयराम रमेश ने माफी मांगी है और हमने इसे स्वीकार कर लिया है। कारवां पत्रिका के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला जारी रहेगा।'

दरअसल  विवेक डोभाल ने मानहानिपूर्ण लेख प्रकाशित करने पर एक कारवां मैगजीन के खिलाफ फौजदारी मानहानि शिकायत दर्ज कराई। ‘द कारवां’ नाम की एक वेब मैगजीन ने अजीत डोभाल और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि अजीत डोभाल के बेटे विवेक डोभाल केमैन आइलैंड में हेज फंड चलाते हैं। यह हेज फंड 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नोटबंदी की घोषणा के महज 13 दिन बाद पंजीकृत किया गया था। विवेक का यह व्यवसाय उनके भाई शौर्य डोभाल के व्यवसाय से जुड़ा है।

कारवां ने 16 जनवरी 2019 को अपने आर्टिकल में कहा कि नवंबर 2016 की नोटबंदी के 13 दिन बाद विवेक डोभाल टैक्स हेवन कैमैन आइलैंड में एक कंपनी की स्थापना की और इस कंपनी ने 83 सौ करोड़ का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भारत में किया। इस लेख के प्रकाशित होने के बाद ही जयराम रमेश ने 17 जनवरी को प्रेस वार्ता आयोजित कर कई आरोप लगाए और डोभाल परिवार पर कई सवाल खड़े किए। उनका आरोप था कि अजीत डोभाल शुरू से टैक्स हेवन के खिलाफ रहे हैं और उन पर कार्रवाई की वकालत करते रहे हैं लेकिन उनके बेटे ने नोटबंदी के 13 दिन बाद टैक्स हेवेन में कंपनी स्थापित कर दी।


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