उपराष्ट्रपति ने कहा- भारतीयों की नागरिकता नहीं छीनेगा संशोधित नागरिकता कानून
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत में अल्पसंख्यकों को संशोधित नागरिकता कानून से डरने की जरूरत नहीं है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। संशोधित नागरिकता कानून धार्मिक रूप से पीडि़त शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए है। यह किसी भी धर्म के भारतीय से उसकी नागरिकता नहीं छीनेगा। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार को बांग्लादेश के प्रशिक्षु राजनयिकों से यह कहा।
नायडू ने की शरणार्थियों के प्रति मानवीय भाव प्रदर्शित करने के लिए ढाका की सराहना
उन्होंने यह भी कहा कि भारत, बांग्लादेश पर म्यांमार के रखाइन प्रांत से लाखों की संख्या में आए शरणार्थियों के कारण पड़े बोझ से अवगत है। उन्होंने इन विस्थापितों के प्रति मानवीय भाव प्रदर्शित करने के लिए ढाका की सराहना भी की।
उपराष्ट्रपति की टिप्पणी बांग्लादेश के विदेश मंत्री की भारत यात्रा स्थगित करने के बाद आई
उपराष्ट्रपति ने कहा कि विस्थापित रोहिंग्या को वापस म्यांमार भेजने में अपने द्विपक्षीय प्रयासों में भारत के पूर्ण समर्थन को बांग्लादेश देख सकता है। नागरिकता (संशोधन) कानून पर उनकी यह टिप्पणी बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन और गृह मंत्री असदुजमा खान की भारत यात्रा स्थगित करने के बाद आई है।
नायडू ने कहा- भारत पड़ोसियों के साथ दोस्ताना रिश्ते की इच्छा रखता है
नायडू ने कहा कि भारत पड़ोस में शांति और स्थिरता के साथ ही सभी पड़ोसियों के साथ दोस्ताना रिश्ते की इच्छा रखता है। पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए एक पड़ोसी देश आतंकियों को सहयोग और धन मुहैया कराता है।
अल्पसंख्यकों को डरने की जरूरत नहीं : गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत में अल्पसंख्यकों को सीएए से डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियां वोट बैंक की राजनीति करने के लिए भय और असुरक्षा का वातावरण तैयार करने में जुटी हैं। एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कुछ तत्व कानून के बारे में भ्रम पैदा कर रहे हैं।