Winter Session: संसदीय समितियों से गायब होते सांसदों पर वैंकेया नायडू ने जताई नाराजगी
सभापति वैंकेया नायडू ने इस स्थिति को चिंताजनक बताया और कहा कि यह स्थिति तब है जब संसदीय कमेटियों में राज्यसभा के कुल 80 सदस्य है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मंत्रालयों के काम-काज पर नजर रखने वाली संसदीय कमेटियों की बैठकों में सासंदों की कम अनुपस्थिति पर गुरूवार को सभापति वैंकेया नायडू ने तीखी नाखुशी जताई है। साथ ही कहा है कि सदस्यों का इस तरह का रवैया ठीक नहीं है। सभापति इससे पहले भी सदन में सांसदों की कम उपस्थिति और सवाल करने के बाद गायब होने को लेकर भी अपनी नाराजगी जता चुके हैं।
संसदीय कमेटी अध्यक्षों के साथ हुई बैठक
राज्यसभा में गुरूवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति ने इसका जिक्र छेड़ा। साथ ही बताया कि उनकी आज ही आठों संसदीय कमेटियों के अध्यक्षों के साथ बैठक हुई है, जिसमें उन्हें बताया कि सभी समितियों की अब तक करीब 41 बैठकें हुई है, लेकिन इनमें से राज्यसभा से कुल 18 सदस्य ही ऐसे रहे है, जो अपनी कमेटी की सभी बैठकों में पहुंचे थे। यानि उनकी उपस्थिति शत प्रतिशत रही है।
उन्होंने इस स्थिति को चिंताजनक बताया और कहा कि यह स्थिति तब है, जब संसदीय कमेटियों में राज्यसभा के कुल 80 सदस्य है। उन्होंने कहा कि लोकसभा सदस्यों की भी कुछ ऐसी ही स्थिति रही है। उनके भी 18 सदस्य ही सभी बैठकों में मौजूद रहे है, जबकि सभी कमेटियों में लोकसभा के कुल 168 सदस्य है।
सदस्यों का रवैया चिंताजनक: नायडू
नायडू ने कहा कि सदस्यों का यह रवैया इसलिए भी चिंताजनक है, क्योंकि प्रत्येक सदस्य उस बैठक में 25 सदस्यों के प्रतिनिधि के तौर पर रखा जाता है। ऐसे में सदस्यों की अनुपस्थिति से उनकी आवाज कमजोर पड़ रही है। बता दें कि एक समिति मे अध्यक्ष सहित राज्यसभा के दस सदस्य और लोकसभा के 21 सदस्य रहते है।