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वरुण गांधी ने कहा- न वह फायरब्रांड और न ही दक्षिणपंथी, मैं मध्यमार्गी-वामपंथी सोच वाला हूं

वरुण गांधी काफी समय से भाजपा की अंदरूनी राजनीति में हाशिये पर हैं। वह भविष्य के लिए संभावनाओं के द्वार खोल रहे हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 07:37 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 07:37 PM (IST)
वरुण गांधी ने कहा- न वह फायरब्रांड और न ही दक्षिणपंथी, मैं मध्यमार्गी-वामपंथी सोच वाला हूं
वरुण गांधी ने कहा- न वह फायरब्रांड और न ही दक्षिणपंथी, मैं मध्यमार्गी-वामपंथी सोच वाला हूं

नई दिल्ली, प्रेट्र। कभी हिंदू विरोधियों के हाथ काटने जैसा सनसनी पैदा करने वाला बयान देने वाले भाजपा सांसद वरुण गांधी ने अब कहा है कि वह न कभी फायरब्रांड थे और न कभी दक्षिणपंथी। वह मध्यमार्गी और वामपंथी सोच वाले व्यक्ति हैं। उनकी लिखी बातें गवाह हैं कि वह प्रगतिवादी नरमपंथी सोच वाले व्यक्ति हैं। वरुण ने यह बात हाल में प्रकाशित पुस्तक इंडिया टुमॉरो : कन्वर्जेशन विद द नेक्स्ट जेनरेशन ऑफ पॉलिटिकल लीडर्स में कही है।

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वरुण गांधी ने कहा- मैं ब्रिटिश नेता जेरमी कॉर्बिन और अमेरिकी नेता बर्नी सेंडर्स से प्रभावित हूं

वरुण गांधी ने अपनी किताब में बताया है कि वह ब्रिटेन की लेबर पार्टी के नेता जेरमी कॉर्बिन और अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता बर्नी सेंडर्स की वामपंथी आर्थिक और सामाजिक नीतियों से प्रभावित हैं।

भाजपा सांसद ने खुद को बताया मध्यमार्गी-वामपंथी सोच वाला

वरुण ने लिखा है कि अपनी नीतियों और सोच के लिहाज से वह मध्यमार्गी-वामपंथी व्यक्ति हैं। प्रकृति से दक्षिणपंथी विचारधारा वाले व्यक्ति नहीं हैं।

वरुण गांधी ने कहा- मैं प्रगतिवादी और नरमपंथी विचारधारा का व्यक्ति हूं

अगर आप पिछले दस सालों में मेरा लिखा हुआ पढ़ेंगे तो पाएंगे कि मैं प्रगतिवादी और नरमपंथी विचारधारा का व्यक्ति हूं। मैं अपने अंतर्मन की इस आवाज को सुनते हुए बड़ा हुआ हूं। वरुण ने यह बात पुस्तक के लेखक प्रदीप छिब्बर और हर्ष शाह को दिए साक्षात्कार में कही है।

वामपंथी साथी मजाक में मुझे कम्युनिस्ट इन बीजेपी कहते हैं

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते और संजय गांधी-मेनका गांधी के पुत्र वरुण गांधी ने 2004 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। वह इस समय पीलीभीत से सांसद हैं। वरुण ने अपने साक्षात्कार में देश में व्याप्त आर्थिक असमानता, पर्यावरण के खतरों, अभावग्रस्त समुदायों के मसलों पर भी अपनी चिंता जताई। कहा, उनकी इसी सोच के चलते वामपंथी साथी मजाक में उन्हें कम्युनिस्ट इन बीजेपी कहते हैं।

वरुण गांधी काफी समय से भाजपा की अंदरूनी राजनीति में हाशिये पर हैं

उल्लेखनीय है कि वरुण गांधी काफी समय से भाजपा की अंदरूनी राजनीति में हाशिये पर हैं। अगर वह खुद को अब गैर-दक्षिणपंथी ठहराने की कोशिश कर रहे हैं तो निश्चित रूप से वह भविष्य के लिए संभावनाओं के द्वार खोल रहे हैं।


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