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निर्वासित तिब्बती प्रशासन को समर्थन दे रहा है अमेरिका: लोबसेंग सांग्ये

अमेरिकी विदेश विभाग में स्पेशल कोऑर्डिनेटर डेस्ट्रो से मिले सीटीए प्रमुख। निर्वासित केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के प्रेसीडेंट लोबसेंग सांग्ये ने सोमवार को बताया कि उन्होंने तिब्बत पर स्पेशल अमेरिकी कोऑर्डिनेटर रॉबर्ट डेस्ट्रो से विदेश विभाग में मुलाकात की है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 08:08 AM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 08:08 AM (IST)
निर्वासित तिब्बती प्रशासन को समर्थन दे रहा है अमेरिका: लोबसेंग सांग्ये
निर्वासित केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के प्रेसीडेंट लोबसेंग सांग्ये।

नई दिल्ली, रायटर। निर्वासित केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के प्रेसीडेंट लोबसेंग सांग्ये ने सोमवार को बताया कि उन्होंने तिब्बत पर स्पेशल अमेरिकी कोऑर्डिनेटर रॉबर्ट डेस्ट्रो से विदेश विभाग में मुलाकात की है। अमेरिका से फोन पर उन्होंने बताया कि पहली बार सीटीए प्रमुख की विदेश विभाग में अगवानी की गई। उन्होंने कहा, 'इसलिए यह ऐतिहासिक है, इस तरह वे तिब्बत के लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित नेता और सीटीए को समर्थ दे रहे हैं।

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अमेरिकी सरकार का यह बेहद सधा हुआ राजनीतिक कदम है।'सांग्ये ने बताया कि वह और डेस्ट्रो अगले कुछ महीनों में नई तिब्बत नीति और समर्थन अधिनियम को अमेरिकी सीनेट से जल्द से जल्द पारित कराने पर सहमत हुए हैं।

इसी साल हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव से पारित इस विधेयक में अमेरिका ने 2002 के मूल अधिनियम के मुकाबले तिब्बत पर ज्यादा सख्त रुख अपनाया है। इसमें ल्हासा में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास खोलने, दलाई लामा का उत्तराधिकारी चुनने के तिब्बतियों के पूर्ण अधिकार और तिब्बती पर्यावरण को संरक्षित करने की बात कही गई है। सांग्ये ने कहा, 'यह 2002 के तिब्बती नीति अधिनियम में बहुत बड़ा संशोधन है। हम जो कुछ चाहते थे, वो सब कुछ इस अधिनियम में है।'


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