केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले, कृषि अर्थव्यवस्था में आईएसीएआर की अहम भूमिका
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गांव की अर्थव्यवस्था में कृषि की अहम भूमिका के मद्देनजर ही किसानों की आमदनी को वर्ष 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कृषि की अर्थव्यवस्था और किसानों की आमदनी बढ़ाने में कृषि वैज्ञानिकों की अहम भूमिका है। इंडियन काउंसिल आफ एग्रीकल्चरल रिसर्च की महत्ता का जिक्र करते हुए कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि देश की खाद्य सुरक्षा को कायम रखने में किसानों की कड़ी मेहनत और वैज्ञानिक अनुसंधान को भुलाया नहीं जा सकता है। कृषि मंत्री तोमर वृहस्पतिवार को यहां आइसीएआर की 91वीं वार्षिक आमसभा में बोल रहे थे।
सरकार की प्राथमिकता गांव और खेती
तोमर ने गांव की अर्थव्यवस्था में कृषि की अहम भूमिका के मद्देनजर ही किसानों की आमदनी को वर्ष 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सरकार की प्राथमिकता में गांव और खेती है। किसानों के परिश्रम, वैज्ञानिकों के शोध, नई किस्मों के बीज और नीतियों के कारण खाद्यान्न के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर हो सका है। कृषि क्षेत्र की चुनौतियों का जिक्र करते हुए कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि उनसे पार पाने नीतियां लागू की जा चुकी है। लेकिन इसमें कृषि वैज्ञानिकों की भागीदारी सबसे महत्व की है। कृषि अर्थव्यवस्था सुदृढ़ करने और खेती को नफा में लाने में वैज्ञानिक बहुत कुछ कर सकते हैं।
कृषि क्षेत्र की चुनौतियों का मुकाबला
चालू वित्त वर्ष के लिए घोषित आम बजट में कृषि और ग्रामीण विकास के लिए तीन लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह ब्यौरा देते हुए तोमर ने कहा कि इससे सरकार की प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है। उन्होंने कहा कि आइसीएआर अगले साल के अपने रोडमैप में कृषि क्षेत्र की चुनौतियां का मुकाबला करने वाली रणनीति तैयार कर सकती है।
सालाना आम बैठक में शामिल केंद्रीय रेल, वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कृषि क्षेत्र के अनुसंधान में सरकारी और उद्योग क्षेत्र के सहयोग से क्रांति लायी जा सकती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानों को हो रहे लाभ का जिक्र करते हुए गोयल ने कहा कि यह योजना समाज में किसानों की बेहतरी और उत्थान सुनिश्चित करती है। कृषि उपज के मूल्यवर्धन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इससे किसानों को उनकी उपज बेहतर मूल्य मिल सकता है। गोयल ने कहा 'किसान रेल फॉर किसान' की पहल से कृ षि उपज को दूरस्थ ले जाने में मदद मिलेगी।
सालाना बैठक में कृषि राज्यमंत्री परसोत्तम रूपाला, कैलास चौधरी, राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी और सांख्यिकी राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह और उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भी भाग लिया। बैठक में आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र ने वर्ष 2019-20 की परिषद की उपलब्धियों का ब्यौरा पेश किया, जिसमें जारी की गई नई 220 प्रजातियों का विशेष उल्लेख किया।