त्रिपुरा कोर्ट ने टीएमसी नेता सायनी घोष को दी जमानत, हत्या के प्रयास के आरोप में हुई थी गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी ने कहा था कि भाजपा के एक कार्यकर्ता ने शिकायत दर्ज कराई कि शनिवार की रात जब मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब सड़क किनारे सभा को संबोधित कर रहे थे तो घोष वहां पहुंची और खेला होबे के नारे लगाने लगी थी।
अगरतला, एजेंसियां। पश्चिम त्रिपुरा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत ने अभिनेत्री और टीएमसी नेता सायनी घोष को जमानत दे दी है। अगरतला पुलिस ने कल उन्हें हत्या के प्रयास और उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया था, जब उन्होंने शनिवार की रात 'खेला होबे' चिल्लाकर राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की एक बैठक को कथित रूप से बाधित कर दिया था। सायनी को शुरुआती सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। नाम न जाहिर करने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा था कि भाजपा के एक कार्यकर्ता ने शिकायत दर्ज कराई कि शनिवार की रात जब मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब सड़क किनारे सभा को संबोधित कर रहे थे तो घोष वहां पहुंची और 'खेला होबे' के नारे लगाने लगीं थीं।
'खेला होबे' इस साल मार्च-अप्रैल में हुए पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान टीएमसी द्वारा इस्तेमाल किया गया एक नारा है। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि पूर्वी अगरतला महिला पुलिस थाने के बाहर भाजपा समर्थकों ने उनके कार्यकर्ताओं के साथ भी मारपीट की थी।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिला टीएमसी का एक प्रतिनिधि मंडल
वहीं, टीएमसी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने त्रिपुरा में पार्टी की युवा इकाई की अध्यक्ष पर पुलिस की कथित बर्बरता और गिरफ्तारी को लेकर सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्रालय के बाहर धरना दिया। इसके साथ ही एक प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास पर भी पहुंचा थे। मुलाकात के बाद टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि हमने ने त्रिपुरा की घटना से गृह मंत्री को अवगत कराया और राजनीति से उपर उठकर उनसे उचित कार्रवाई की मांग की है।
अभिषेक बनर्जी ने कहा, त्रिपुरा में लोकतंत्र पर हमला
इस बीच, टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को अगरतला में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया, जहां उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर मतदाता स्वतंत्र रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं, जिसकी मौजूदा स्थिति को देखते हुए काफी कम संभावना है, तो भाजपा अपना खाता (अगले विधानसभा चुनावों में) खोलने में विफल हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा, 'यदि आपको मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए भाजपा का झंडा धारण करने की आवश्यकता है, तो ऐसा करें। अपने आप को गुंडों से बचाने के लिए उनके राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग लें, लेकिन विकास समर्थक टीएमसी के लिए अपना वोट डालें।'