सुंदरराजन को स्टालिन की चुनौती, गठबंधन की बात सच साबित हुई तो छोड़ दूंगा राजनीति
तमिलनाडु में भाजापा अध्यक्ष तमिलिसाई सुंदरराजन के डीएमके के साथ संपर्क को लेकर दिए गए बयान के बाद डीएमके प्रमुख स्टालिन ने कहा कि वे इसकी निंदा करते हैं।
चेन्नई, एएनआई। तमिलनाडु में भाजापा अध्यक्ष तमिलिसाई सुंदरराजन के डीएमके के साथ संपर्क को लेकर दिए गए बयान के बाद डीएमके प्रमुख स्टालिन की इसे लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है। स्टालिन ने कहा कि अगर तमिलिसाई और पीएम मोदी साबित करते हैं कि, 'मैं उनके साथ गठबंधन बनाने के लिए भाजपा के संपर्क में था, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। अगर वे साबित करने में विफल रहते हैं, तो क्या वह और पीएम मोदी राजनीति छोड़ देंगे? मैं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तमिलिसाई द्वारा दिए गए बयान की निंदा करता हूं।
इससे पहले ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तमिलिसाई विश्वास जताया है कि भाजपा फिर से पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आएगी। साथ ही प्रेस कांफ्रेंस में जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या डीएमके उनके संपर्क में है? तो तमिलिसाई ने कहा, यह बात सच है कि डीएमके भाजपा से संपर्क बनाने की हर कोशिश कर रही है।
पार्टी अध्यक्ष सुंदरराजन ने कहा कि भाजपा जीत के लिए पूरी तरह से तैयार है, सभी चुनाव भविष्यवाणियां भाजपा की जीत की ओर इशारा कर रही हैं। हर तरफ भाजपा की जीत हो रही है।
मंगलवार को डीएमके के कोषाध्यक्ष दुरई मुरुगन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिले हैं। उन्होंने आज सुबह दोनों नेताओं ने अमरावती में मुलाकात की है।
DMK President MK Stalin in a statement: If Tamilisai & Modi prove I was in contact with BJP to form an alliance with them, I'll quit politics. If they fail to prove, will she & Modi quit politics? I condemn the statement made by BJP State President Tamilisai. #TamilNadu https://t.co/qEVJff7MHy" rel="nofollow
— ANI (@ANI) May 14, 2019
बता दें कि केसीआर ने डीएमके प्रमुख स्टालिन से मुलाकात की थी। केसीआर तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर पिछले कुछ दिनों से क्षेत्रिय दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। केसीआर की कोशिश है कि एनडीए या यूपीए को बहुमत न मिलने पर गैर-भाजपा, गैर-कांग्रेस मोर्चे को लेकर सरकार बनाई जाए।
स्टालिन के साथ उनकी इस मुलाकात को भी इसी नजरिए से देखा जा रहा था, लेकिन डीएमके नेता ने साफ कर दिया है कि यह सिर्फ एक सामान्य मुलाकात थी। उन्होंने कहा कि इस मीटिंग में तीसरे मोर्चे को लेकर कोई बात नहीं हुई। केसीआर यहां मंदिर में दर्शन के लिए आए थे।
वहीं तमिलिसाई सुंदरराजन इन दिनों अपने एक और बयान को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने कमल हासन को 'गोडसे आतंकी' वाले बयान को लेकर करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि हासन ने मुस्लिम बुहल इलाके में 'हिन्दू आतंकवाद' शब्द का इस्तेमाल किया है जो कि निंदनीय है। उन्होंने कहा, 'हालांकि, वह नई तरह की राजनीति करने की बात करते हैं, लेकिन वह वोट बैंक की पुरानी, चालाकी भरी, जहरीली और विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि हासन का बयान ‘साम्प्रदायिक हिंसा’ भड़काने के बराबर है।
इससे पहले कमल हासन ने अरवकुरिचि में एक जनसभा में महात्मा गांधी के हत्यारे को हिंदू आतंकवादी कहा था। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि भारत का पहला आतंकवादी हिंदू था और उसका नाम नाथूराम गोडसे था।हासन ने कहा कि उन्होंने स्वघोषित रूप से अपने आप को गांधी का प्रपौत्र मान लिया है। महात्मा गांधी की 1948 में हुई हत्या का हवाला देते हुए हासन ने कहा कि वह उस हत्या का जवाब खोजने आये हैं।
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