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Karnataka disqualified MLAs case: सुप्रीम कोर्ट विधायकों की खरीद-फरोख्‍त के आरोपों पर करेगा सुनवाई

Karnataka disqualified MLAs case कर्नाटक में विधायकों की खरीद फरोख्‍त के आरोपों वाला ऑडियो टेप का मसला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा है। अदालत ने कहा है कि वह आरोपों पर सुनवाई करेगी।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 11:28 AM (IST)Updated: Tue, 05 Nov 2019 11:58 AM (IST)
Karnataka disqualified MLAs case: सुप्रीम कोर्ट विधायकों की खरीद-फरोख्‍त के आरोपों पर करेगा सुनवाई
Karnataka disqualified MLAs case: सुप्रीम कोर्ट विधायकों की खरीद-फरोख्‍त के आरोपों पर करेगा सुनवाई

नई दिल्‍ली, एएनआइ। Karnataka's disqualified MLAs case सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा अध्‍यक्ष्‍य द्वारा अयोग्‍य करार दिए गए विधायकों के मामले में सुनवाई की। शीर्ष अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि हम कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ कपिल सिब्‍बल की ओर से आरोपों को दर्ज किए जाने के अनुरोध पर विचार करेंगे। आरोपों में कहा गया है कि एक वायरल वीडियो में सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कथित तौर पर उन विधायकों को प्रभावित करने के बारे में जिक्र किया जिनको अयोग्य घोषित किया जा चुका है। 

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बता दें कि बीते दिनों तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के फ्लोर टेस्‍ट वाले प्रस्ताव पर 29 जुलाई को मतदान से पहले विधानसभा अध्यक्ष ने 17 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया था। तत्‍कालीन विधानसभा अध्‍यक्ष के फैसले के खिलाफ इन विधायकों ने 29 जुलाई को शीर्ष कोर्ट में चुनौती दी थी। सितंबर के महीने में मामले की सुनवाई कर रहे जजों की बेंच से एक जज जस्‍टिस मोहन शांतनागौदर ने खुद को मामले से अलग कर लिया था। अब अधिवक्‍ता कपिल सिब्‍बल ने कुछ दिनों पहले सामने आए एक ऑडियो टेप का हवाला देते हुए उक्‍त विधायकों की खरीद-फरोख्‍त किए जाने का मसला भी उठा दिया है। 

अभी कुछ ही दिन पहले सामने आए ऑडियो टेप को लेकर दावा किया जा रहा है कि येदियुरप्पा पांच दिसंबर को 15 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस-जद(एस) के बागी विधायकों को टिकट देने का विरोध करने वाले नेताओं के खिलाफ हुबली में हुई पार्टी की एक बैठक में नाराजगी प्रकट कर रहे थे। आरोप है कि येदियुरप्‍पा ऑडियो में यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि कांग्रेस-जद(एस) के अयोग्य विधायकों को गठबंधन सरकार के गठन के अंतिम दिनों के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की निगरानी में मुंबई में रखा गया था। इस टेप को लेकर कर्नाटक में सियासी पारा एकबार फ‍िर चढ़ गया है। हालांकि, अभी तक टेप की सत्‍यता का प्रमाणित होना बाकी है। 

बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने 17 अयोग्य विधायकों के इस्तीफे के पीछे भाजपा का हाथ होने से इनकार किया है। उन्‍होंने कहा है कि उनकी पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि, इस इनकार के बाद उनकी ही कैबिनेट के एक सहयोगी केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि भाजपा बागी विधायकों के कारण कर्नाटक की सत्ता में आई है और उन विधायकों का साथ किसी सूरत में नहीं छोड़ा जाएगा। ग्रामीण विकास मंत्री ने संवादाताओं से कहा कि विधायकों का इस्तीफा राज्य में भाजपा सरकार बनने कारण है और यही कारण है कि मैं आपके सामने मंत्री के रूप में बैठा हूं।  


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