सुनील अरोड़ा ने संभाला मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार, कहा- 2019 की तैयारी पहली प्राथमिकता
मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में सुनील अरोड़ा का कार्यकाल ढाई साल का होगा। ओम प्रकाश रावत शनिवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हो गए।
नई दिल्ली, जेएनएन। सुनील अरोड़ा ने रविवार को भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त का पद संभाला। उन्होंने मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत की जगह ली। मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में सुनील अरोड़ा का कार्यकाल ढाई साल का होगा। ओम प्रकाश रावत शनिवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। बता दें कि सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा देश के 23वें मुख्य चुनाव आयुक्त हैं।
2019 की तैयारी पहली प्रथामिकता : अरोड़ा
पदभार संभालने के बाद निर्वाचन सदन में मीडिया से मुखातिब होते हुए सुनील अरोड़ा ने कहा, ' निर्वाचन आयोग (ECI) ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है, जिसे हम स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।' उन्होंने कहा कि हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता देश को निष्पक्ष, विश्वसनीय और नैतिक चुनाव देना है। उन्होंने आगे कहा, 'लोकसभा चुनावों के लिए हम इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) समेत सभी मोर्चों पर सावधानीपूर्वक योजना बना रहे हैं। साथ ही, मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाने का काम भी किया जा रहा है।'
2019 लोकसभा चुनाव की होगी जिम्मेदारी
सुनील अरोड़ा राजस्थान कैडर के आइएएस अधिकारी रहे हैं, जिनके कंधों पर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा सात राज्यों के विधानसभा चुनावों की भी देखरेख अरोड़ा करेंगे। बता दें कि जम्मू एवं कश्मीर, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के विधानसभा चुनाव भी अगले साल होने हैं।
सुनील अरोड़ा का करियर
- सुनील अरोड़ा साल 1980 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी है।
- उन्होंने वित्त, कपड़ा एवं योजना आयोग जैसे मंत्रालयों एवं विभागों में भी विभिन्न पदों पर सेवाएं दी हैं।
- वह साल 1999-2002 के दौरान नागरिक विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर काम कर चुके हैं।
- वे पांच साल तक इंडियन एयरलाइंस के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) भी रहे हैं, इसमें दो साल तक वह अतिरिक्त प्रभार में थे जबकि तीन साल तक उनके पास कंपनी का पूर्णकालिक प्रभार था।
- वे राजस्थान में धौलपुर, अलवर, नागौर और जोधपुर जैसे जिलों में तैनात रह चुके हैं।
- वे वर्ष 1993-1998 के दौरान मुख्यमंत्री के सचिव पद पर थे।
- वे वर्ष 2005-2008 के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव थे।
- उन्होंने राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क, उद्योग एवं निवेश विभागों में भी अपनी सेवाएं दी हैं।