सुब्रमण्यम स्वामी ने जनरल बिपिन रावत के हेलिकाप्टर हादसे की सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की
राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुए हेलीकाप्टर हादसे की जांच सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश से कराने की मांग की है। इस दुर्घटना में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है।
उडपी (कर्नाटक), पीटीआइ। राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुए हेलीकाप्टर हादसे की जांच सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश से कराने की मांग की है। इस दुर्घटना में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई है। सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बचा है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस घटना को चौंकाने वाला और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी चेतावनी बताया। उन्होंने कहा, 'अंतिम रिपोर्ट नहीं आई है, इसलिए मेरे लिए कुछ भी कहना बहुत मुश्किल है। हालांकि ऐसा लगता है कि तमिलनाडु जैसे सुरक्षित इलाके में हेलीकाप्टर को उड़ा दिया गया हो।' यहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'यह एक ऐसी चीज है, जिसकी गंभीरता से जांच की आवश्यकता है। जनता को विश्वास में लेना होगा, इसलिए मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी वरिष्ठ न्यायाधीश करानी चाहिए।'
कुन्नूर में दुर्घटनास्थल से आई रिपोर्टों के मुताबिक जब हेलीकाप्टर हासदे का शिकार हुआ तो वह घने जंगल वाले इलाके में कोहरे की स्थिति में नीची उड़ान भर रहा था। दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद वह वहां एक मकान से टकराते हुए पेड़ों पर गिर गया जिसके कारण उसमें आग लग गई और जनरल रावत समेत अधिकांश लोगों की इसमें झुलसने से मृत्यु हो गई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने दुर्घटना की सूचना मिलते ही तत्काल नीलगिरि के कलेक्टर तथा स्थानीय प्रशासन को सेना के साथ राहत और बचाव कार्य में लगा दिया।
चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 13 अन्य लोगों के साथ दुर्घटनाग्रस्त हुआ एमआइ17वी5 हेलीकाप्टर एक उन्नत, दमदार और भरोसेमंद सैन्य परिवहन हेलीकाप्टर है। इन हेलीकाप्टरों को भारतीय वायु सेना के बेड़े में 2012 में शामिल किया गया था। रूसी रक्षा कंपनी कजान द्वारा निर्मित यह हेलीकाप्टर आनबोर्ड मौसम रडार और नवीनतम नाइट विजन उपकरणों से लैस है।