वीपी सिंह की गलती दोहरा रही मोदी सरकार, गांधी परिवार की जिंदगी खतरे में डाली : सुरजेवाला
कांग्रेस ने गांधी परिवार के गंभीर सुरक्षा खतरों के बावजूद एसपीजी सुरक्षा कवर हटाने के सरकार के फैसले का विरोध करते हुए इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कांग्रेस ने गांधी परिवार के गंभीर सुरक्षा खतरों के बावजूद एसपीजी सुरक्षा कवर हटाने के सरकार के फैसले का विरोध करते हुए इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया है। पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह पर गांधी परिवार के प्रति नफरत और प्रतिशोध में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की जिंदगी को खतरे में डालने का आरोप भी लगाया है। एसपीजी के हालिया सुरक्षा अलर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस ने कहा है कि राहुल गांधी को अलकायदा सरीखे इस्लामिक आतंकी संगठनों, खालिस्तानी आतंकी संगठनों और माओवादियों-उग्रवादियों से जान का गंभीर खतरा है।
मोदी सरकार ने की देश के सभी लोकतांत्रिक परंपराओं की हत्या
गांधी परिवार के तीनों सदस्यों से एसपीजी सुरक्षा कवर हटाए जाने के तुरंत बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर इसको लेकर सरकार पर बेहद तगड़ा हमला बोला। उनका कहना था कि सरकार ने यह कदम उठा देश के सभी लोकतांत्रिक परंपराओं की हत्या कर दी है। वेणुगोपाल ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह राजनीतिक बदले की भावना में अंधे हो गए हैं। गांधी परिवार के तीनों सदस्यों की एसपीजी सुरक्षा हटाकर मोदी सरकार ने वही गलती दोहरायी है जो वीपी सिंह सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सुरक्षा हटाकर की थी।
लोग सोनिया, राहुल और प्रियंका की जिंदगी से खेल रहे- वेणुगोपाल
वेणुगोपाल ने कहा कि ये लोग सोनिया, राहुल और प्रियंका की जिंदगी से खेल रहे हैं। एसपीजी सुरक्षा कवर हटाने की भनक मिलते ही पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने ने बीते 5 नवंबर को कैबिनेट सचिवालय को पत्र लिखकर गांधी परिवार पर खतरों के मद्देनजर राजनीतिक कारणों से एसपीजी कवर नहीं हटाने का आग्रह किया था। वेणुगोपाल ने कहा कि पत्र का जवाब दिए बिना सरकार ने एकतरफा निर्णय लेते हुए एसपीजी कवर हटा लिया है।
सरकार का फैसला उसकी क्रूरता और ओछी राजनीति को दर्शाता है- सुरजेवाला
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार का फैसला उसकी क्रूरता और ओछी राजनीति को दर्शाता है जो स्वीकार्य नहीं है और जनता ऐसे लोगों की अपराधिक मानसिकता को जरूर समझेगी। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के दो सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या हो चुकी है। ऐसे में सुरक्षा खतरों को देखते हुए प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने गांधी परिवार को एसपीजी सुरक्षा देने के लिए कानून में संशोधन किया था। लेकिन मोदी सरकार ने इसे वापस लेकर राजीव गांधी की हत्या की जांच करने वाले सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस जेएस वर्मा आयोग के निष्कर्षों की भी अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि वर्मा आयोग का निष्कर्ष था कि गृह मंत्रालय और आइबी को राजीव गांधी के खतरों के बारे में पूर्व सूचना थी कि मगर तत्कालीन वीपी सिंह सरकार ने राजनीतिक वजहों से इनकी अनदेखी की और राजीव गांधी की हत्या हो गई।
राहुल गांधी को आतंकी संगठनों और उग्रवादी गुटों से जान का खतरा
6 नवंबर 2018 से 29 अगस्त 2019 के बीच एसपीजी के लिखे पांच अलग-अलग पत्रों का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि एसपीजी ने खुद राहुल गांधी से इन पत्रों में कहा था कि अलकायदा सरीखे इस्लामी आतंकी संगठनों, खालिस्तानी आतंकियों, छत्तीसगढ से लेकर वायनाड के नक्सलियों और पूर्वोत्तर के उग्रवादी गुटों से उनकी जान को खतरा है। राहुल पर एसीपीजी सुरक्षा कवर का उल्लंघन करने के सरकार के आरोपों पर सुरजेवाला ने कहा कि एसपीजी कवर का आधार सुरक्षा खतरा होता है न कि इसका उल्लंघन। उन्होंने सवाल उठाया कि पीएम मोदी खुद चुनाव से लेकर तमाम इंवेट में एसपीजी सुरक्षा का उल्लंघन करते हैं तो क्या इस आधार पर देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा हटाई जा सकती है?