राहुल गांधी बोले, पैदल घर लौट रहे मजदूरों की बेबसी के लिए सरकार है जिम्मेदार
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार इस भयावह हालात की जिम्मेदार है। नागरिकों की ये दशा करना एक बहुत बड़ा अपराध है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लॉकडाउन के चलते परिवहन साधनों के अभाव में पैदल ही उत्तर प्रदेश और बिहार लौट रहे हजारों-हजार मजदूरों की बेबसी को लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। साथ ही उन्होंने काम-धंधा चौपट होने के बाद भूखे-प्यासे कोरोना के खतरों का जोखिम लेकर पैदल जा रहे लोगों को परिवहन साधनों से उनके घर तक छोड़े जाने की मांग की है। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सवाल उठाया कि विदेश में फंसे अपने नागरिकों को विमान भेजकर लाया जा सकता है तो गरीब मजदूरों को बसों से उनके घर तक क्यों नहीं छोड़ा जा सकता। प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अपील की कि मुश्किल में फंसे इन लोगों की जिंदगी बचाई जाए।
लॉकडाउन में रोजी-रोजगार की उम्मीद खत्म होने के चलते अपने घरों को लौट रहे मजदूरों और उनके परिजनों की तस्वीरों के साथ राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए इस स्थिति के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'सरकार इस भयावह हालात की जिम्मेदार है। नागरिकों की ये दशा करना एक बहुत बड़ा अपराध है। आज संकट की घड़ी में हमारे भाइयों और बहनों को कम से कम सम्मान और सहारा तो मिलना ही चाहिए। सरकार जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए ताकि ये एक बड़ी त्रासदी न बन जाए।'
राहुल गांधी ने ट्वीट कर की अपील
राहुल ने बेबसी का सामना कर रहे इन लोगों की मदद के लिए सभी से अपील करते हुए दूसरे ट्वीट में कहा, 'आज हमारे सैकड़ों भाई-बहनों को भूखे-प्यासे परिवार सहित अपने गांवों की ओर पैदल जाना पड़ रहा है। इस कठिन रास्ते पर आप में से जो भी उन्हें खाना-पानी आसरा-सहारा दे सके, कृपा करके दें। कांग्रेस कार्यकर्ताओं-नेताओं से मदद की खास अपील करता हूं।' राहुल ने जय हिंद के नारे के साथ यह अपील की है।
प्रियंका गांधी ने भी सरकारी व्यवस्था पर किया प्रहार
उत्तर प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पैदल सिर पर गठरी उठाए हाइवे पर जाते लोगों, महिलाओं और बच्चों का वीडियो और फोटो तीन अलग-अलग ट्वीट करते हुए सरकारी व्यवस्था की खामियों पर जबरदस्त प्रहार किया। उन्होंने कहा, 'इन मजबूर हिंदुस्तानियों के साथ ऐसा सुलूक मत कीजिए। हमें शर्म आनी चाहिए कि हमने इन्हें इस हाल पर छोड़ दिया है। ये हमारे अपने हैं। मजदूर देश की रीढ़ की हड्डी हैं। कृपया इनकी मदद कीजिए।'
प्रियंका ने दूसरे ट्वीट में हालात की गंभीरता को बयान करते हुए कहा कि अनिश्चितता, भय, भूख और पीड़ा के इस माहौल में हजारों हिंदुस्तानियों के कदम अपने गांवों की ओर निकल पड़े हैं। बेबस लोगों की एक ऐसी ही भीड़ को रास्ते में खाना-पीना बांट रहे कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने इनकी तारीफ भी की।
नागरिकों की मदद करे सरकार: प्रियंका गांधी
पैदल चलते-चलते थककर हाइवे पर ही बैठे ऐसे मजबूर लोगों का एक अन्य वीडियो साझा करते हुए प्रियंका ने इनके लिए बस या दूसरे वाहन उपलब्ध नहीं कराने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'आखिर एक राष्ट्र के रूप में हम हजारों प्रवासी मजदूरों को उनके हाल पर ही कैसे छोड़ सकते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के ये लोग अपने घर की महिलाओं और बच्चों के साथ पैदल ही अपने गांवों को जा रहे हैं। हम यूरोप से अपने नागरिकों को लाने के लिए हवाई जहाज भेज सकते हैं तो हम अपने इन गरीब लोगों को घर पहुंचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था क्यों नहीं कर रहे? यह सरकार का नैतिक कर्तव्य है कि संकट के समय हमारे नागरिकों की मदद करे।' प्रियंका ने इस ट्वीट के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए उनसे आग्रह किया है कि भगवान के लिए अपनी शक्ति का इस्तेमाल कर इन लोगों की जिंदगी बचाइए।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पीएम मोदी ने भारतीयों से अपील की है। पीएम मोदी ने कहा कि कृपया आप सभी लोग PM-CARES फंड में योगदान करें। यह फंड इसी तरह की परेशान करने वाली स्थितियों को पूरा करेगा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिंक शेयर करते हुए कहा कि इस लिंक में फंड के बारे में सभी महत्वपूर्ण विवरण दिए गए हैं।