कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बोलीं- नोटबंदी सरकार की भयंकर भूल, नहीं भूलेगा देश
अर्थव्यवस्था को लेकर मुडीज की निगेटिव रिपोर्ट के बीच नोटबंदी की तीसरी सालगिरह पर सरकार विपक्ष के निशाने पर रही।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अर्थव्यवस्था को लेकर मुडीज की निगेटिव रिपोर्ट के बीच नोटबंदी की तीसरी सालगिरह पर सरकार विपक्ष के निशाने पर रही। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार के नोटबंदी के तुगलकी फैसले ने देश के लोगों की रोजी-रोटी पर प्रहार किया और अर्थव्यवस्था को तबाह किया है। साथ ही नोटबंदी के सभी मकसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाकाम रहे और बर्बादी वाले इस फैसले को देश कभी नहीं भूलेगा।
विफल साबित हुए प्रधानमंत्री मोदी
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर नोटबंदी की नाकामी की याद दिलाई तो सोनिया गांधी ने बयान जारी कर इसका खामियाजा अब भी भुगतने की बात कही। उन्होंने कहा कि आठ नवंबर 2016 को अचानक नोटबंदी की घोषणा करते हुए सरकार ने कहा था कि इससे कालाधन समाप्त होगा, जाली नोट खत्म होंगे और आतंकवाद और नक्सलवाद पर लगाम लगेगा। सुप्रीम कोर्ट तक में भाजपा सरकार ने कहा था कि इससे तीन लाख करोड़ का कालाधन सिस्टम से बाहर निकलेगा। इसके बाद पीएम ने नगदी का चलन कम कर कैशलेस और डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का तर्क दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मगर तीन साल बाद साबित हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी इन सभी बातों में पूरी तरह से विफल साबित हुए हैं।
सरकार का दावा खोखला साबित
सोनिया गांधी ने कहा कि रिजर्व बैंक ने 99 फीसद से अधिक रकम आने की बात साफ कर खुद ही तीन लाख करोड़ रुपये का कालाधन पकड़ने का सरकार का दावा खोखला साबित कर दिया। जाली नोट भी अनुमान से कहीं कम थे। सरकार की रिपोर्ट ही यह बताती है कि नोटबंदी के बाद आतंकवाद व नक्सलवाद की गतिविधियों में वृद्धि हुई है।
नगदी का चलन पहले से कहीं ज्यादा
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि डिजिटल की जगह नगदी का चलन पहले से कहीं ज्यादा है। वित्त मंत्री संसद में खुद 22 फीसद अधिक नगदी चलन की बात कबूल कर चुकी हैं। ऐसे में जनता केवल यही सवाल पूछ रही है कि नोटबंदी से आखिर क्या हासिल हुआ? सरकार पर सवाल दागने के साथ ही उन्होंने कहा कि नोटबंदी से एक करोड़ से अधिक नौकरियां खत्म हो गई और आज बेरोजगारी 45 सालों में सबसे ज्यादा हो गई है। विकास दर दो फीसद घट गया है। अंतरराष्ट्रीय एजेंसी मूडीज ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रेटिंग 'स्टेबल' से घटाकर 'निगेटिव' कर दी है। स्वतंत्र अर्थशास्त्री भी मानते हैं कि नोटबंदी तत्कालीन केंद्र सरकार की एक भयंकर भूल थी।
भयंकर भूल की जिम्मेदारी आज तक नहीं ली
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी की यह कहानी पूरी दुनिया में अन्य देशों की सरकारों को एक चेतावनी के तौर पर पढ़ाई जाती है कि 'देश की सरकारों को क्या नहीं करना चाहिए।' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम और उनके मंत्रियों ने इस भयंकर भूल की जिम्मेदारी आज तक नहीं ली जिसमें 125 से अधिक जानें गई। तमाम छोटे-मंझोले उद्योग बंद हो गए, किसानों की रोजी-रोटी छिन गई और लाखों परिवार गरीबी के कगार पर पहुंच गए। सोनिया ने कहा कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था की हुई तबाही और बढ़ी बेरोजगारी को देश नहीं भूलेगा और कांग्रेस इसे भूलने भी नहीं देगी।