Video : शिवसेना के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी, भाजपा नेता के मुंह पर पोती कालिख, साड़ी पहनने के लिए किया बल प्रयोग
शिवसेना के कार्यकर्ताओं को एक भाजपा नेता द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना इस कदर नागवार गुजरी कि उन्होंने उस नेता की सरेआम बेइज्जती की। शिवसैनिकों ने भाजपा नेता के मुंह पर कालिख पोती और उन्हें साड़ी पहनने के लिए बल प्रयोग किया।
सोलापुर, एजेंसियां। शिवसेना के कार्यकर्ताओं (Shiv Sena workers) को एक भाजपा नेता द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना इस कदर नागवार गुजरी कि उन्होंने उस नेता की सरेआम बेइज्जती की। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता के मुंह पर कालिख पोती और उन्हें साड़ी पहनने के लिए बल प्रयोग किया। सियासी समरसता को शर्मशार करने शिवसेना के कार्यकर्ताओं की गुंडागदी का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
#WATCH I Maharashtra: Shiv Sena workers allegedly pour black ink on a BJP leader and forced him to wear a saree after the latter criticised Chief Minister Uddhav Thackeray, in Solapur pic.twitter.com/gdtL9gChT1
— ANI (@ANI) February 7, 2021
वीडियो में शिवसैनिकों की गुंडागर्दी साफ नजर आ रही है। वीडियो में एक पुलिकर्मी भाजपा नेता को बचाता नजर आ रहा है बावजूद इसके कानून का राज कायम करने की बार बार दुहाई देने वाली शिवसेना के कार्यकर्ता सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ ने बताया है कि भाजपा नेता की गुस्ताखी केवल इतनी थी कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की आलोचना की थी।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच कड़वाहट दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। उक्त वीडियो से लग रहा है कि बात अब जुबानी जंग से आगे बढ़ गई है। उधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह ऐसी ऑटोरिक्शा सरकार है जिसके तीनों पहिये तीन अलग दिशाओं में चलते हैं।
शाह ने रविवार को सिंधुदुर्ग की एक रैली में कहा कि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव के समय हमने तत्कालीन घटक दल शिवसेना को कभी भी मुख्यमंत्री पद देने की बात नहीं की थी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को झूठा करार देते हुए शाह ने कहा कि मैं छिपाकर कुछ नहीं करता, जो भी करता हूं खुलेआम करता हूं। उद्धव ने भाजपा और शिवसेना के पक्ष में मिले पवित्र जनमत का अपमान किया है।