Move to Jagran APP

हिंदुत्व के मुद्दे पर महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस आमने-सामने, सावरकर को भारत रत्न दिलाने पर सियासत

सावरकर को भारत रत्न दिलाने और हिंदुत्व के मुद्दे पर महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार में सियासी जंग शुरू हो गई है। हिंदुत्व(Hindusm) और सेक्युलरिज्म(Securalism) की विचारधारा को लेकर अब कांग्रेस और शिवसेना आमने सामने आ चुके हैं।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 01:22 PM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 03:01 PM (IST)
हिंदुत्व के मुद्दे पर महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस आमने-सामने, सावरकर को भारत रत्न दिलाने पर सियासत
हिंदुत्व के मुद्दे पर कांग्रेस और शिवसेना अब आमने-सामने आ गए हैं। (फोटो: दैनिक जागरण0

मुंबई, एजेंसियां। विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) को भारत रत्न दिलाने को लेकर महाराष्ट्र में सियासत शुरू हो गई है। इस मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार के दो प्रमुख घटकों कांग्रेस(Congress) और शिवसेना(Shiv Sena) आमने-सामने आ चुके हैं। ये सियासी जंग तेज होने की उम्मीद है। एक तरफ शिवसेना है जो सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की मांग कर रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस है जो इस मांग का विरोध कर रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्दव ठाकरे के सावरकर और हिंदुत्व को लेकर दिए गए बयान के बाद उनकी सत्ताधारी गठबंधन में ही बवाल मच गया है।

loksabha election banner

महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा है कि भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न, हिंदुत्व के विचारक विनायक दामोदर सावरकर को दिए जाने की मांग को लेकर महागठबंधन सरकार में उसके सहयोगी दल शिवसेना के साथ कांग्रेस का स्टैंड अलग है। कांग्रेस ने ये बयान जारी कर साफ कर दिया है कि हिंदुत्व विचारधारा के मुद्दे पर वह शिवसेना के साथ नहीं खड़ी है।

इससे पहले सपा के अबु आजमी ने भी ठाकरे के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि सीएम का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार में शामिल मुस्लिम मंत्रियों से कहा कि अगर उनमें थोड़ी भी शर्म बची है तो उन्हें इस्तीफा देकर सरकार से बाहर चले जाना चाहिए। अबु आजमी ने कहा कि सरकार सेक्युलर नहीं रह गई है और वह गठबंधन सरकार चलाने के लिए एजेंडे से भटक गई है। इसकी शिकायत उन्होंने एनसीपी चीफ शरद पवार को पत्र लिखकर की है।

दरअसल, कांग्रेस की ओर से ये बयान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने सावरकर को भारत रत्न दिलाने की मांग की थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं से सवाल करते हुए पूछा था कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने अब तक सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित क्यों नहीं किया है ?

इससे पहले, पिछले साल अक्टूबर में शिवसेना नेता संजय राउत ने पूछा था कि केंद्र की भाजपा सरकार ने सावरकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया। उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी ने सावरकर को लेकर अपना रुख कभी नहीं बदला है।

हिंदुत्व एक ऐसा मसला है जिसको लेकर महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार में काफी दरारें पहले से हीं आ चुकी है। दरअसल, ये दो अलग-अलग विचारधार वाली पार्टियों का गठबंधन है। एक तरफ शिवसेना है जो हिंदुत्व के नाम पर वोट बटोरती है तो दूसरी कांग्रेस, एनसीपी और सपा जैसी पार्टियां है जो इससे अलग विचार रखती है। ऐसे में इन पार्टियों के बीच हिंदुत्व मसले पर एक राय मुश्किल है। ऐसे में महाविकास अघाड़ी की एकता की जड़े इससे जरूर हिल गई हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.