एसजी तुषार मेहता बोले, सुवेंदु अधिकारी मेरे आवास पर आए लेकिन उनसे नहीं हुई मुलाकात
वहीं इस मामले में तुषार मेहता का भी अहम बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सुवेंदु अधिकारी गुरुवार को दोपहर लगभग तीन बजे बिनाा पूर्व जानकारी के मेरे आवास व कार्यालय में आए थे। चूंकि मैं पहले से ही अपने कक्ष में एक पूर्व-निर्धारित बैठक में था।
नई दिल्ली, एएनआइ। तृणमूल कांग्रेस के तीन सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को पद से हटाए जाने की मांग की है। टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन, महुआ मोइत्रा और सुखेंद्र शेखर रॉय द्वारा पीएम मोदी को लिखे पत्र में इन तीनों नेताओं ने आरोप लगाया कि एसजी तुषार मेहता ने भाजपा नेता व नारद घोटाले के आरोपी सुवेंदु अधिकारी से मुलाकात की थी। इसलिए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को पद से तत्काल हटाया जाए।
वहीं, इस मामले में तुषार मेहता का भी अहम बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सुवेंदु अधिकारी गुरुवार को दोपहर लगभग तीन बजे बिना पूर्व जानकारी के मेरे आवास व कार्यालय में आए थे। चूंकि मैं पहले से ही अपने कक्ष में एक पूर्व-निर्धारित बैठक में था, मेरे कर्मचारियों ने उनसे प्रतीक्षा कक्ष में बैठने का अनुरोध किया। उन्हें एक कप चाय की पेशकश की गई। जब मेरी बैठक समाप्त हुई तो मेरे ऑफिस के कर्मचारी ने मुझे सुवेंदु अधिकारी के आगमन के बारे में सूचित किया। मैंने अपने ऑफिस के कर्मचारी से अधिकारी से मिलने में असमर्थता व्यक्त करने और प्रतीक्षा करने के लिए माफी मांगने का अनुरोध किया। इसके बाद अधिकारी मुझसे मिलने के लिए आग्रह किए बिना चले गए। ऐसे में अधिकारी से मेरी मुलाकात का सवाल ही नहीं उठता।
Suvendu Adhikari came to my residence/office y'day, unannounced. As I was in a pre-scheduled meet,my staff asked him to wait.After my meeting,my staff informed him of my inability to meet him.He left without insisting to meet me. Ques of my meeting with him didn't arise: SG Mehta— ANI (@ANI) July 2, 2021
बता दें कि नारद मामले में तुषार मेहता सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट में सीबीआइ की पैरवी कर रहे हैं, वहीं सारधा चिटफंड घोटाले में भी वे सीबीआइ की तरफ से अदालत में पेश हो चुके हैं। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी नारद घोटाले में आरोपी हैं। टीएमसी के नेताओं ने आरोप लगाया है कि गुरुवार को दिल्ली में सुवेंदु अधिकारी ने तुषार मेहता से मुलाकात की है।
गौरतलब है कि अटॉर्नी जनरल के बाद सॉलिसिटर जनरल देश में द्वितीय सर्वोच्च विधि अधिकारी का पद है, जो भारत सरकार व उसके विभिन्न अंगों को महत्वपूर्ण कानूनी मसलों में परामर्श देते हैं।