अब रोहतांग टनल को 'अटल' के नाम से जाना जाएगा: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में अटल भूजल योजना की शुरूआत की।
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौक पर दिल्ली के विज्ञान भवन में लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अटल भूजल योजना की शुरूआत की। वहीं, कहा, 'अब मनाली को लेह से जोड़ने वाली रोहतांग टनल को अटल टनल के नाम से जाना जाएगा।' उन्होंने कहा कि ये एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो अटल जी को समर्पित है।
भवन में कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और महान शिक्षाविद् महामना मदन मोहन मालवीय को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, 'आज भारत के दो-दो रत्नों अटल जी और महामना मदन मोहन मालवीय जी का जन्म दिवस भी है। मैं इन दोनों महापुरुषों को आदर पूर्वक नमन करता हूं, देश की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।'
इस दौरान उन्होंने कहा, 'पानी का विषय अटल जी के लिए बेहद महत्वपूर्ण था, उनके बहुत करीब था।अटल जल योजना हो या फिर जल जीवन मिशन से जुड़ी गाइडलाइंस, ये 2024 तक देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को सिद्ध करने में एक बड़ा कदम हैं।'
पानी पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि पानी का संकट होने, एक परिवार के रूप में या फिर एक नागरिक के रूप में तो चिंताजनक है ही, लेकिन एक देश के विकास के रूप में भी ये बड़ी बाधा है। न्यू इंडिया को हमें जल संकट की हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है। इसके लिए हम पांच स्तर पर एक साथ काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा जल संकट बड़ी परेशानी, लेकिन इसके लिए काम हो रहे हैं। जल शक्ति मंत्रालय काफी अच्छा काम कर रहा है। इसी मानसून में हमने देखा है कि समाज की तरफ से, जलशक्ति मंत्रालय की तरफ से वॉटर कंजरवेशन के लिए कैसे व्यापक प्रयास हुए हैं। उन्होंने आगे बताया, 'एक तरफ जल जीवन मिशन है, जो हर घर तक पाइप से जल पहुंचाने का काम करेगा और दूसरी तरफ अटल जल योजना है, जो उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देगी जहां ग्राउंड वॉटर बहुत नीचे है।'
जो पंचायतें करेंगी अच्छा काम, मिलेगा ज्यादा दाम
पीएम मोदी ने कहा, अटल जल योजना में किया गया चेंज इसलिए है क्योंकि जिससे ग्राम पंचायतें पानी के लिए बेहतरीन काम करेंगी, उन्हें और ज्यादा राशि दी जाएगी, ताकि वो और अच्छा काम कर सकें।
पीएम मोदी द्वारा एक आंकड़े का उल्लेख करते करते हुए कहा गया कि अब तक 18 करोड़ ग्रामीण घरों में से सिर्फ 3 करोड़ घरों में पीने का साफ पानी पहुंच पाया है। उन्होंने आगे कहा कि 70 साल में इतना ही हो पाया था। अब हमारा लक्ष्य है कि अगले पांच साल में 15 करोड़ घरों तक पीने का साफ पानी, पाइप से पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि मेरा आग्रह है कि हर गांव में पानी एक्शन प्लान बनाएं जाए। पानी फंड हो।