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केंद्रीय विश्‍वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों और नियुक्‍तियों के बारे में HRD मंत्रालय ने क्‍या कहा, जानें

केंद्रीय विश्वविद्यालयों को फिलहाल आने वाले दिनों में शिक्षकों की कमी से नहीं जूझना होगा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 25 Nov 2019 10:41 PM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 11:02 PM (IST)
केंद्रीय विश्‍वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों और नियुक्‍तियों  के बारे में HRD मंत्रालय ने क्‍या कहा, जानें
केंद्रीय विश्‍वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों और नियुक्‍तियों के बारे में HRD मंत्रालय ने क्‍या कहा, जानें

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। केंद्रीय विश्वविद्यालयों को फिलहाल आने वाले दिनों में शिक्षकों की कमी से नहीं जूझना होगा। विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पड़े करीब 70 फीसद पदों को भरने का काम पूरा हो गया है। एक-एक करके इसके आदेश भी जारी होने शुरू हो गए है। अब तक करीब 630 पदों पर भर्ती के आदेश भी जारी हो चुके है। बाकी के पदों पर भी जल्द ही नियुक्ति के आदेश जारी करने के निर्देश दिए गए है। खास बात यह है कि शिक्षकों की यह कमी देश के सभी 41 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में बनी हुई थी। इसके बाद ही इन्हें तेजी से भरने के निर्देश दिए गए थे।

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नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसके साथ ही उन सभी केंद्रीय विवि को नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए है, जहां भर्ती की प्रक्रिया शुरू तो हो गई है, लेकिन इसकी रफ्तार काफी धीमी है। मंत्रालय ने ऐसे करीब दर्जन भर केंद्रीय विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए है। इनमें दिल्ली विवि, जाधवपुर विवि और मध्य प्रदेश के इंदिरा गांधी ट्राइवल विवि सहित गुजरात, आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, कर्नाटक, झारखंड, हरियाणा के केंद्रीय विवि आदि शामिल है।

भर्ती प्रक्रिया की हर हफ्ते समीक्षा 

केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने को लेकर सरकार की सक्रियता का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है, कि मंत्रालय स्तर पर पूरी भर्ती प्रक्रिया की हर हफ्ते समीक्षा की जा रही है। इसके साथ ही जिन विश्वविद्यालयों को इनमें किसी स्तर पर दिक्कत आ रही है, उसका भी तुरंत ही निराकरण किया जा रहा है। मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की यह भर्ती को एक तय समय में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन कुछ विश्वविद्यालय में इनमें अलग-अलग कारणों से प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो पायी है।

करीब आठ हजार पद खाली

गौरतलब है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने की यह मुहिम उस समय चल रही है, जब इनके करीब आठ हजार पद खाली पड़े है। इनमें प्रोफेसर के करीब 14 सौ पद, एसोसिएट प्रोफेसर के करीब तीन हजार और असिस्टेंट प्रोफेसर के तीन हजार से ज्यादा पद खाली है। रिपोर्ट के मुताबिक देश के कुल 41 केंद्रीय विवि में शिक्षकों की कुल स्वीकृत पदों की संख्या करीब 18 हजार है।

इलाहाबाद विवि की ठप पड़ी भर्ती प्रक्रिया जल्द हो सकती है शुरू

इस बीच इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के खाली पदों पर नियुक्ति की ठप पड़ी प्रक्रिया को भी जल्द ही शुरू करने के संकेत मिले है। मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक फिलहाल यह मामला मंत्री के पास विचाराधीन है। पिछले दिनों विवि के कुलपति ने इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री निशंक से मुलाकात भी की थी। हालांकि अभी इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही इस पर कोई निर्णय लिया जा सकता है। बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पिछले दिनों इलाहाबाद विवि के कुलपति के खिलाफ चल रही जांच के चलते भर्ती प्रक्रिया को जांच पूरी हो जाने तक के लिए रोकने के निर्देश दिए थे।


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